जेइ ने कनेक्शन काटने का थमाया नोटिस, उपभोक्ता जेइ से लेकर एसडीओ कार्यालय का काट रहा चक्कर
2023 में उपभोक्ता ने बिजली विभाग को मीटर दुरुस्त करने का लिखा था पत्र, आज तक नहीं हुई सुनवाई
सासाराम नगर.
राज्य सरकार बिजली उपभोक्ताओं 125 यूनिट बिजली फ्री दे रही है. उनके परेशानियों को दूर करने के लिए अधिकारियों को कई निर्देश दिये गये हैं. लेकिन, फिर भी कई उपभोक्ता हैं, जो अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. ऐसे ही एक उपभोक्ता पिछले दो वर्षों से बिजली विभाग के बिल से परेशान हैं. नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या-06 के डोरियांव के रहनेवाले विनोद सिंह को नौ दिसंबर को बिजली विभाग के जेइ ने विद्युत विच्छेदन की पर्ची दी है, जिसपर कुल यूनिट खपत 3162 दर्ज है. वहीं बिजली बिल बकाया की राशि 2,14,655 रुपये है. इतना ज्यादा बिल देख उपभोक्ता के होश उड़ गये और वह कनीय अभियंता से लेकर एसडीओ कार्यालय के बीच दौड़ लगा रहे हैं. उपभोक्ता विनोद सिंह ने बताया कि दो वर्ष पूर्व भी मुझे ऐसा नोटिस दिया गया था, जिसके बाद मैंने शिवसागर कनीय अभियंता कार्यालय में आवेदन दिया था कि मेरे मीटर की जांच की जाए. उसके बाद उसपर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. ठीक दो वर्ष बाद मुझे 2,14,655 रुपये का बिल दिया गया है. साथ ही ग्रामीण एसडीओ से मिलने के बारे में कहा गया. उसके बाद मैं गुरुवार को ग्रामीण एसडीओ उज्ज्वल कुमार से मिलने पहुंचा, तो वह अपने कार्यालय से निकल रहे थे और मुझसे बात नहीं हुई. वहां बैठे एक ऑपरेटर को नोटिस दिखाया और 2023 का आवेदन दिखाया, तो उसने कहा कि मेरे पास यह आवेदन नहीं पहुंचा है. फिर उसने कनीय अभियंता के कार्यालय में भेज दिया. वहां जाने के बाद वहां मौजूद कर्मी को पुराना आवेदन दिखाया, तो उसने बोला इसके बारे में मुझे पता नहीं है. आप फिर से आवेदन कीजिए. अब यहीं स्थिति बनी हुई है. मुझे सरकार की योजना का लाभ नहीं मिल रहा है और बिजली विभाग केवल लाभांश जो़ड़ रहा है. इस संबंध में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रवीण कुमार ने बताया कि उपभोक्ता के बिल में अगर कोई त्रुटि है, तो उसकी जांच की जायेगी और जहां तक संभव है. उसे सुधारने का प्रयास किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

