नगर निगम बोर्ड की बैठक में सांसद की मौजूदगी में हुआ निर्णय पांच एकड़ जमीन में तैयार होगी एमआरएफ और साइंटिफिक लैनफिल साइट बोर्ड की बैठक में पहुंचे सांसद मनोज कुमार, निगम क्षेत्र की योजनाओं की ली जानकारी फोटो-22- बोर्ड की बैठक में शामिल सांसद मनोज कुमार, मेयर काजल कुमारी, नगर आयुक्त विकास कुमार व अन्य. प्रतिनिधि, सासाराम नगर नगर निगम का कचरा अब इधर-उधर नहीं फेंका जायेगा. इसे चेनारी प्रखंड के सरैया में अब रखा जायेगा. शनिवार को मेयर काजल कुमारी की अध्यक्षता में हुई नगर निगम बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया. निगम के सभागार में आयोजित बैठक में सासाराम सांसद मनोज कुमार ने भी शिरकत की. इस दौरान उन्होंने बैठक की कार्यवाहियों को सुना और निगम क्षेत्र के विकास को लेकर बनायी गयी. योजनाओं के बारे में जानकारी ली. बैठक में कचरा प्रबंधन पर चर्चा करते हुए चेनारी प्रखंड के सरैया में मेटिरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) और साइंटिफिक लैनफिल साइट का निर्माण किया जायेगा. यह कचरा डंपिंग प्वाइंट नगर निगम क्षेत्र से करीब 19 किलोमीटर की दूरी पर है. इसके लिए बोर्ड ने स्वीकृति प्रदान कर दी है. इस सेंटर पर कॉम्पैक्टर से निगम का कचरा पहुंचाया जायेगा. जहां पर सूखा कचरा से अलग-अलग मेटिरियल की छंटाई की जायेगी, जो रिसाइकल करने के योग्य होंगे. उन्हें रिसाइकिल किया जायेगा और जो इस योग्य नहीं होंगे उन्हें मशीन के माध्यम से तोड़ दिया जायेगा. वहीं गीले कचरे से खाद बनाया जायेगा. इसके अलावा बैठक में बरसात को देखते हुए सभी नालों की उड़ाही 15 दिनों के अंदर करने का निर्देश सफाई एजेंसियों को दिया गया है. गोला बाजार में पूर्व से निर्मित सम्राट अशोक भवन में बिजली, शौचालय सहित शेष बचे कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्णय लिया गया, ताकि इस भवन को आमजनों के लिए उपयोगी बनाया जा सके. इस बैठक में बुडको और पीएचइडी के अभियंताओं को भी बुलाया गया था. उन्हें शहर में क्षतिग्रस्त पाइपों की मरम्मत के साथ-साथ पानी टंकी चालू करने और घरों में नल-जल संयोजन का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का सख्त हिदायत दी गयी है. शहर में पेयजल की व्यवस्था इन्हीं दोनों एजेंसियों पर टिकी हुई है. लेकिन, इनकी कार्यशैली की वजह से कई मुहल्लों में पेयजल संकट बना हुआ है. बोर्ड में आपका शहर आपकी बात कार्यक्रम को लेकर भी चर्चा की गयी. इस कार्यक्रम के तहत अबतक नागरिकों द्वारा प्राप्त योजनाओं के आलोक में बोर्ड ने संबंधित इंजीनियरों को स्थलों का भौतिक सत्यापन कर अग्रेतर कार्रवाई करने की स्वीकृति प्रदान की है. साथ निगम क्षेत्र में बंद पड़े हाइमास्ट लाइटों की मरम्मत के लिए निकाली गयी निविदा को जल्द से जल्द पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया. बैठक में नगर आयुक्त विकास कुमार, उपनगर आयुक्त मैमुन निशा व अन्य मौजूद थे.
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