सासाराम सदर. आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए सोमवार को रोहतास समाहरणालय स्थित डीआरडीए सभागार में निर्वाचन व्यय अनुश्रवण कोषांग की ओर से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें स्टैटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी) और फ्लाइंग स्क्वॉड टीम (एफएसटी) के पदाधिकारियों को विशेष जिम्मेदारियों की जानकारी दी गयी. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिले की सभी विधानसभा क्षेत्रों में 24 घंटे निगरानी रखने के लिए 66 एसएसटी और 66 एफएसटी गठित की गयी है. अधिसूचना जारी होते ही ये टीमें सक्रिय होकर काम करेंगी. आयोग का उद्देश्य सभी उम्मीदवारों को समान अवसर उपलब्ध कराना है. निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के लिए खर्च की अधिकतम सीमा 40 लाख रुपये तय की है. इसके बावजूद कई उम्मीदवार मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए उपहार, तेल कूपन, नकद राशि और बहुमूल्य वस्तुएं बांटते हैं. यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन ही नहीं बल्कि भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में भी आता है. एसएसटी और एफएसटी का मुख्य कार्य अवैध धन के उपयोग को रोकना और स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना है. प्रशिक्षण के दौरान पदाधिकारियों को व्यय जब्ती प्रबंधन प्रणाली (ईएसएमएस) और सी-विजिल एप के इस्तेमाल की भी जानकारी दी गयी.
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