नगरा. प्रखंड क्षेत्र के छपरा-मशरख मुख्य पथ सहित विभिन्न सड़कों पर इन दिनों सरिया लदे जुगाड़ू वाहनों का दौड़ना आम बात हो गयी है. ये वाहन न तो किसी नियम का पालन करते हैं और न ही लोगों की सुरक्षा का कोई ख्याल रखते हैं. सबसे खतरनाक बात यह है कि इन वाहनों पर लदे लोहे की छड़ें और अन्य नुकीले सामान वाहन से काफी बाहर निकले होते हैं, लेकिन उन पर न तो लाल कपड़ा बांधा जाता है और न ही कोई चेतावनी देने वाला संकेतक या चिह्न लगाया जाता है. इससे आसपास से गुजरने वाले लोग समय रहते सतर्क नहीं हो पाते.
गौरतलब हो कि यह सड़क काफी व्यस्त है, जहां रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं और स्कूली बच्चे भी इसी रास्ते से आते-जाते हैं. ऐसे में जुगाड़ू वाहन चालकों की लापरवाही किसी बड़ी दुर्घटना को जन्म दे सकती है. अक्सर ये वाहन तेज रफ्तार से चलते हैं और इनका संतुलन भी ठीक नहीं होता, जिससे एक छोटी सी चूक भारी हादसे का कारण बन सकती है.वाहन चालक उड़ा रहे हैं नियमों की धज्जियां
स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार ये वाहन सड़क के बीच या किनारे खड़े कर दिए जाते हैं, जिससे जाम की स्थिति बन जाती है और कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं. इसके बावजूद प्रशासन को इसकी जानकारी देने के बाद भी अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गयी है, जिससे वाहन चालकों के हौसले बुलंद हैं और वे बेधड़क नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सड़क पर दौड़ रहे हैं. जिले में ऐसे जुगाड़ू ठेले, ट्रैक्टर, ट्रक या अन्य वाहनों पर लोहे की छड़ें, पाइप या नुकीले सामान ले जाते समय लाल कपड़ा बांधना या कोई चेतावनी देने वाला चिह्न लगाना जरूरी है ताकि पीछे से आने वाले वाहन चालक समय रहते सतर्क हो सकें. लेकिन इन वाहनों में ऐसी कोई सावधानी नहीं बरती जाती, जिससे लोगों की जान हर समय खतरे में रहती है. स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस से अपील की है कि वे तुरंत नियमित जांच अभियान चलाकर ऐसे जुगाड़ू वाहनों के चालकों को नियम कानून का सख्ती से पालन करवाएं और आवश्यकतानुसार इन वाहनों को जब्त कर कड़ी कार्रवाई करें. पूरे जिले में इन जुगाड़ू वाहनों की वजह से सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, इसलिए समय रहते प्रशासन को उचित कदम उठाना होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है