छपरा. गर्भवती महिलाओं के लिए अब हर महीने तीन बार निःशुल्क प्रसव पूर्व जांच की सुविधा सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध करायी जायेगी. पहले यह सुविधा प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान के तहत मासिक रूप से दो बार 9 और 21 तारीख को मिलती थी, लेकिन अब राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर 15 तारीख को भी जांच शिविर आयोजित किया जायेगा. इस बारे में सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि वर्ष 2024-25 में जिले की 39,189 गर्भवती महिलाओं ने प्रसव पूर्व जांच करायी थी, जिनमें से 2367 महिलाएं करीब छह प्रतिशत उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था की श्रेणी में पायी गयीं. जबकि अपेक्षित पहचान दर 15 प्रतिशत होनी चाहिए. इसी को ध्यान में रखते हुए जांच की तिथियों में वृद्धि की गयी है ताकि अधिक से अधिक महिलाओं की समय रहते जांच और देखभाल हो सके.
अब निःशुल्क अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी उपलब्ध
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि अब प्रत्येक गर्भवती महिला को अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी पूर्णतः निःशुल्क मिलेगी. इसके अतिरिक्त, उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की विशेष पहचान कर अलग निगरानी व उपचार व्यवस्था भी की जायेगी, जिससे जटिलताओं को समय रहते नियंत्रित किया जा सके. वहीं सदर अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ काजल किशलय ने बताया कि यह नयी व्यवस्था मातृ व शिशु मृत्यु दर को कम करने में अत्यंत महत्वपूर्ण और कारगर साबित होगी. प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान के अंतर्गत महिलाओं की रक्त, मूत्र, एचआइवी, ब्लड ग्रुप, बीपी, हार्टबीट जैसी अहम जांचें की जाती हैं, जिससे समय पर सही परामर्श और उपचार दिया जा सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

