छपरा. पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल में स्थित छपरा जंक्शन, जो क्लास-वन स्टेशन है और राजस्व के मामले में मंडल के अग्रणी स्टेशनों में से एक है, बावजूद इसके यहां यात्रियों को बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. यह स्थिति यात्रियों के लिए परेशानियां पैदा कर रही है, खासकर गर्मी के इस मौसम में. छपरा जंक्शन पर कई ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें लंबे समय से बंद पड़ी हैं. इसका नतीजा यह है कि यात्रियों को टिकट लेने के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है. इससे न सिर्फ समय की बर्बादी होती है, बल्कि यात्रियों को अतिरिक्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
वेटिंग हॉल और एयर कूलर-पंखे भी खराब
वहीं, स्टेशन के वेटिंग हॉल और यूटीएस काउंटर क्षेत्र में लगे एयर कूलर और पंखे भी खराब पड़े हैं. भीषण गर्मी के मौसम में यात्रियों को राहत देने वाले ये उपकरण पूरी तरह से निष्क्रिय हो गये हैं. यात्रियों का कहना है कि गर्मी से बचने के लिए वे वेटिंग हॉल का सहारा लेते हैं, लेकिन वहां की स्थिति और भी खराब है. एयर कूलर कई वर्षों से खराब पड़े हैं और पंखे भी काम नहीं कर रहे हैं. यह कोई नई बात नहीं है, पूर्व में भी मीडिया ने इस मुद्दे को उठाया था, लेकिन कुछ समय के लिए व्यवस्थाओं में सुधार हुआ, फिर वही स्थिति लौट आयी.क्लास-वन स्टेशन होने के बावजूद सुविधाओं की कमी
जो स्टेशन मंडल को सबसे अधिक राजस्व प्रदान करता है, वह सुविधाओं के मामले में काफी पीछे नजर आता है. यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए समुचित सुविधाओं का होना अत्यंत आवश्यक है, लेकिन छपरा जंक्शन पर इन बुनियादी सुविधाओं की कमी साफ दिखाई दे रही है. छपरा जंक्शन पर एसी वेटिंग हॉल का निर्माण अब तक नहीं हो पाया है, जबकि यह स्टेशन क्लास-वन होने के साथ-साथ राजस्व में भी अग्रणी है. रेलवे अधिकारियों ने पहले यह आश्वासन दिया था कि जल्द ही एसी वेटिंग हॉल के लिए जगह चिह्नित कर निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा. हालांकि, अब तक न तो स्थान चिह्नित किया गया है और न ही इस वेटिंग हॉल की नींव रखी गयी है. इस संबंध में जब अधिकारियों से संपर्क किया गया, तो किसी ने भी इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया.
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