छपरा. जयप्रकाश विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित सभी कॉलेजों में हेल्प डेस्क की स्थापना की जायेगी. कुलपति प्रो परमेन्द्र कुमार बाजपेई ने इसके लिए सभी कॉलेजों के प्राचार्य को निर्देश भी जारी कर दिया है. हेल्पडेस्क के अभाव में छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी होती थी. नामांकन, परीक्षा, वर्ग संचालन आदि से जुड़ी जानकारी के लिए छात्रों को कैंपस में भटकना पड़ता था.
पीआरओ राजेश पांडेय ने बताया कि बीते शनिवार को जयप्रकाश विश्वविद्यालय के अंतर्गत छपरा, सीवान एवं गोपालगंज जिलों में स्थित महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक कुलपति की अध्यक्षता में हुई. बैठक में कुलपति द्वारा कई आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये गये. उन्होंने निर्देश दिया कि हर महाविद्यालय में हेल्प डेस्क की तुरंत स्थापना सुनिश्चित किया जाये. इस हेल्प डेस्क पर जानकार कर्मचारी की पदस्थापना कर वहां प्राचार्य तथा अध्यक्ष छात्र कल्याण के मोबाइल नंबर बड़े अक्षरों में प्रदर्शित किया जाये. छात्र-छात्राओं की हर समस्या का वहां त्वरित निष्पादन सुनिश्चित किया जाये. उन्होंने कहा कि अगर छात्र-छात्राओं को वहां उनकी समस्या के समाधान में कोई परेशानी होती हो तो वह प्राचार्य के मोबाइल नंबर पर इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं और फिर भी उनकी समस्या निष्पादित न हो तो वे अध्यक्ष, छात्र कल्याण को उनके मोबाइल पर इसकी शिकायत कर सकते हैं.प्राथमिकता के साथ हो रहा आवेदनों का निबटारा
कुलपति ने एक बार फिर दुहराया कि किसी भी छात्र-छात्रा को कोई परेशानी न हो इसके लिए विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि छात्रों को विश्वविद्यालय न आना पड़े इसके लिए सभी कार्य यथा मूल प्रमाण पत्र, औपबंधिक प्रमाण पत्र, प्रवजन प्रमाण पत्र, नामांकन सहित सभी आवेदन विश्वविद्यालय के आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन प्राप्त किये जा रहे हैं. अंकपत्र, प्रवेश पत्र आदि में त्रुटि सुधार हेतु महाविद्यालयों के प्राचार्यों को अधिकृत किया गया है कि वे अपने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं से त्रुटि से सम्बंधित आवेदन प्राप्त करेंगे और प्रति सप्ताह प्राप्त सभी आवेदनों को अपने कर्मचारी के माध्यम से विश्वविद्यालय में भेजेंगे. विश्वविद्यालय द्वारा एक सप्ताह के अंदर त्रुटि सुधार कर इसकी सूचना महाविद्यालय को दी जायेगी और महाविद्यालय के कर्मचारी आकर उसे प्राप्त करेंगे और जाकर संबंधित छात्र-छात्रा को उपलब्ध करा देंगे.वर्ग संचालन की प्रतिदिन होगी मॉनीटरिंग
कुलपति ने यह भी निर्देश दिया कि हर महाविद्यालय में क्लास रूटीन का सख्ती से अनुपालन हो इसकी जिम्मेदारी प्राचार्यों की है और वह इसका सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करें. सुबह 10.30 बजे से शाम चार बजे तक कक्षाओं का निश्चित रूप से संचालन हो इसे सुनिश्चित किया जाये. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जिन छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम पायी जायेगी उन्हें निश्चित रूप से परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित कर दिया जायेगा. इसलिए छात्र-छात्रा नियमित रूप से कक्षाओं में आएं. बैठक में रजिस्ट्रार प्रो नारायण दास, परीक्षा नियंत्रक डॉ अशोक कुमार मिश्रा सहित विश्वविद्यालय क्षेत्रान्तर्गत सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

