व्यस्ततम मार्ग होने के बाद भी निकासी के नहीं है इंतजामकई प्रमुख आरा मिल, बैंक व स्कूल भी हैं इसी रुट में
स्थानीय लोगों ने बीते तीन साल में 14 बार दिया लिखित आवेदननोट-फोटो नंबर 13 सीएचपी 1 है, कैप्शन होगा- नेहरू चौक रोड में जलजमाव
प्रतिनिधि, छपरा. शहर के नेहरू चौक पर विगत छह वर्षों से जलजमाव स्थायी समस्या बनी हुई है. यहां केवल बरसात के दिनों में ही नहीं, बल्कि सामान्य दिनों में भी सड़क पर तीन से चार फुट तक पानी जमा रहता है. इससे आसपास के लोगों को आवागमन में लगातार कठिनाई हो रही है, लेकिन जल निकासी के लिए कोई स्थायी समाधान अब तक नहीं किया गया है. सड़क के दोनों ओर बने नाले जर्जर हो चुके हैं और नये नालों के निर्माण का इंतजार है. गांधी चौक के पास डबल डेकर निर्माण कार्य के दौरान उस मार्ग से गुजरने वाले नाले को कई बार बंद कर दिया जाता है, जिससे जलजमाव और गंभीर हो जाता है. नेहरू चौक से शहर के बाहर जल निकासी के जो भी रास्ते हैं, वे अतिक्रमण की चपेट में हैं. छोटे नालों की उड़ाही नहीं होने से समस्या जस की तस बनी हुई है. कुछ लोगों ने अपने घर के गेट के आगे मिट्टी भरकर ऊंचा कर लिया है, जिससे सड़क पर जमा पानी नालों में नहीं जा पाता और उल्टा ओवरफ्लो होकर सड़क पर ही फैल जाता है. स्थानीय निवासी त्रिभुवन प्रसाद, वासुदेव, ब्रह्मा राय, मनीष आदि ने बताया कि विगत तीन वर्षों में करीब 14 बार नगर निगम को लिखित आवेदन देकर जलजमाव से निजात दिलाने की गुहार लगायी गयी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.लकड़ी की खरीदारी और यात्री पड़ाव भी प्रभावित
नेहरू चौक से गांधी चौक के बीच कई प्रमुख आरा मशीनें हैं, जहां लकड़ी की खरीदारी के लिए दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों से लोग आते हैं. इस रूट पर फर्नीचर के कई होलसेलर, प्रमुख बैंक और स्कूल भी संचालित होते हैं. यह व्यस्त इलाका वर्षों से जलजमाव की समस्या झेल रहा है, जिससे दुकानदारों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है. नेहरू चौक व गांधी चौक पर अस्थायी यात्री पड़ाव भी मौजूद है, लेकिन जलजमाव के कारण यात्रियों को बस या अन्य सवारी वाहन पकड़ने में कठिनाई होती है. इस संदर्भ में डिप्टी मेयर रागिनी देवी ने बताया कि हाल ही में हुई बोर्ड की बैठक में नेहरू चौक के आसपास जलजमाव की समस्या दूर करने की मांग रखी गयी है और जल्द इस पर कार्य होगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

