कौशिक
सारण : सारण लोकसभा सीट पर सीधी टक्कर भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी और राजद के चंद्रिका राय के बीच है. सोमवार को यहां के वोटरों ने बड़े मुखर होकर मतदान किया. करीब 17 लाख वोटरों वाला सारण लोकसभा सीट पर पोलिंग ट्रेंड 55-57 फीसदी का रहा. इस बार जदयू और भाजपा के साथ होने से स्थिति आमने-सामने की रही. 2014 में जदयू उम्मीदवार सलीम परवेज को आये एक लाख सात हजार वोट ही वह ‘मैजिक वोट’ साबित होगा , जिस पर भाजपा को सबसे ज्यादा आस लगी है.
जदयू के इस वोट पैकेट से इस बार कितने वोट भाजपा को ट्रांसफर हुए, इसकी गिनती सोमवार को दोनों दलीय उम्मीदवार करते दिखे. भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रुडी के गांव अमनौर के पास स्थित प्राथमिक विद्यालय उर्दू, अगुआन में दो बूथ 24 और 25 नंबर पर अल्पसंख्यक और इबीसी वोटरों की लंबी कतार लगी थी. पिछली बार रूडी ने राजद की उम्मीदवार पूर्व सीएम राबड़ी देवी को करीब 40 हजार वोटों से हराया था. ऐसे में हार-जीत का अंतर कम होने से मैजिक वोट पर ही ज्यादा आस लगी है. सारण लोकसभा में यूपी सीमा से लगे अंतिम गांव सिताब दियारा से लेकर पहलेजा घाट तक वोटरों का मिजाज और टेंपो मिलाजुला दिखा. इसमें रिविलगंज के पास सेमरिया टोला के विजय कुमार राम, दुलाचंद महतो, रामप्रीत, समसेर जैसे कई वोटर भी शामिल हैं. इनका मानना है कि यह नगर पंचायत का चुनाव नहीं है.
पीएम चुनने का प्रश्न है, इसलिए मजबूत व्यक्ति को चुनेंगे. जबकि इसी जमात में शामिल रामनाथ राय कहते हैं कि लहर था तब था, अब तो बहाली भी बंद कर दिया है. काहे नहीं दूसरा को मौका दें. सेंगर टोला के प्रेमनाथ मानते हैं कि पीएम के मामले में कोई समझौता नहीं कर सकते. छपरा शहर में एलआइसी कार्यालय के सामने सत्तू बेचने वाले दियारा के दहियावां टोला निवासी दीपक कुमार कहते हैं कि राशन कार्ड अभी तक नहीं बना. फिर भी वोट तो करेंगे ही. उनके साथी त्रिभुवन कहते हैं कि उम्मीदवार लोगों से मिलते नहीं है, लेकिन हम तो पीएम को देखकर वोट कर रहे हैं. वोटरों की इस मिलीजुली प्रतिक्रिया ने यहां मुकाबले को बेहद दिलचस्प बना दिया है. हर किसी को दूसरे वोटरों के लिये फैसले पर परिणाम आने का बेसब्री से इंतजार शुरू हो गया है.