छपरा (डोरीगंज): बिहार में छपरा के डोरीगंज में बालू के उठाव व परिवहन को लेकर पुलिस के द्वारा इ-चालान को फर्जी बता गाड़ी जप्त कर ट्रक चालकों से जबरन अवैध वसूली के विरोध में डोरीगंज के मेहरौली के समीप छपरा-पटना मुख्यमार्ग जाम की सूचना पर देर शाम पुलिस बल के साथ वार्ता को पहुंचे सदर सीओ विजय कुमार सिह पर आक्रोशितों ने एकाएक हमला बोल दिया. नौबत जान तक पहुंचगयी. भीड़ से निकल भागनेके क्रम में सीओ को 5 फीट ऊपर एक पुलिया से छलांग लगाना पड़ाऔर घनी बस्तियों की ओट लेते हुए सीओ ने अपनी जान बचायी.
सीओ के मुताबिक भीड़ के द्वारा उन्हें पहले से टारगेट किया गया था. जहां पहुंचते ही भीड़ मे छुपे अपराधिक प्रवृति के लगने वाले दो लोगों के द्वारा पहले उनका हाथ पकड़ लिया गया. जिसे भांपते सीओ को देर न लगीऔर एक झटके के साथ चकमा देकर भागने में सीओ कामयाब रहेऔर अपनी जान बचायी. इस दौरान सीओ के साथ पहुंचे दो दारोगा रैंक के अधिकारी पहले फरार हो चूके थे. जिसके बाद पुलिस बल के जवान भी जैसे तैसे भागकर अपनी जान बचायी.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक आक्रोशित अस्त्र-शस्त्र के साथ ईंट पत्थर भी छुपाकर रखे थे, जो पूरी तैयारी के साथ थे. इससे पूर्व आक्रोशितों का शिकार दिघवारा सीओ को होना पड़ा. जिस घटना के बाद पुलिस प्रशासन को आक्रोशितों के अक्रामक तेवर का पता चल चूका था.
क्या हैं मामला
डोरीगंज के बालू व्यवसायी और वाहन मालिक व चालकों का अारोप है कि मैनुअल चालान से बालू उठाव मे बड़े पैमाने पर हुयी गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए अब इ-सिस्टम से शुरू बालू के चालान को पुलिस फर्जी चालान बताकर जबरन वाहनों से वसूली कर रही हैऔर नहीं देने पर वाहनों को जब्त किया जा रहा है. जिसको लेकर नाराजगीजाहिर करते हुए बुधवार की दोपहर सैकड़ों वाहन मालिक एवं चालक सड़क पर उतर आए तथा मेहरौली गांव के समीप बांस-बल्ला व टायर जलाकर छपरा पटना मुख्यमार्ग को दिन के तीन बजे से जाम कर दिया. जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारे खड़ी हो गयी.
क्या कहते हैं वाहन मालिक
आक्रोशित वाहन मालिकों का कहना था कि गत 1 जूलाई से मैनुअल चालान कटना बंद हुआ. जिसके कारण चालान के इंतजार में वाहन घाटो पर ही खड़े रहे. आज जब इ-सिस्टम के तहत कम्प्यूटर से चालान कटना शुरू हुआ तो डोरीगंज व मुफ्फसिल पुलिस इन चालानों को फर्जी बता वाहनों को जप्त कर अवैध वसूली का दबाव बना रही है. जिसका विरोध करने पर वाहनों को जब्त किया जा रहा है.इसी से नाराज होकर न्याय के लिए हमें सड़क पर उतरने को विवश होना पड़ा.
पुलिस दूर से ही देखती रही तमाशा
वहीं, सूत्रों के अनुसार जाम की सूचना पर पहुंची डोरीगंज पुलिस दूर से ही तमाशा देखती रहीऔर आक्रोशितों के पास जाना मुनासिब नहीं समझा. आक्रोशित वाहन मालिक व चालक ऑन स्पॉट डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. इस दौरान विद्यालय से छूटे कई स्कूलों के वाहन भी जाम में फंस गये. जिसमें कैद बच्चे खासे परेशान रहें. संध्या साढे छः बजे तक जाम की स्थिति यथावत बनी रहीथी. समझौते के लिए जिले से कोई पदाधिकारी या पुलिस बल नही पहुंच पाया था.