– सामान्य दिनों की तुलना में स्कूलों में करीब 30 प्रतिशत बच्चे कम पहुंचे समस्तीपुर . दीपावली और छठ महापर्व की लंबी छुट्टी खत्म होने के बाद गुरुवार को स्कूलों और कॉलेजों में फिर से पढ़ाई शुरू हुई. हालांकि पहले दिन बच्चों की उपस्थिति कम रही. सामान्य दिनों की तुलना में स्कूलों में करीब 30 प्रतिशत छात्र कम पहुंचे. वहीं विधान सभा चुनाव के मद्देनजर विभिन्न प्रकार के कोषांग में जिले के विभिन्न विद्यालयों के अधिकांश शिक्षक प्रतिनियुक्त है. इसका असर अब विद्यालयों के शैक्षणिक वातावरण पर पड़ रहा है. चुनावी ड्यूटी में बड़ी संख्या में शिक्षक, प्रधानाचार्य और कॉलेज कर्मियों की भागीदारी होगी. इससे कक्षाएं नियमित रूप से नहीं चल पायेंगी. हालत यह है कि कई स्कूलों दो से पांच शिक्षक से ही काम चलाया जा रहा है. स्कूलों में हालत यह हो गई है कि छात्र-छात्राएं समय पर पढ़ने जा रहे हैं लेकिन वहां पर शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई नहीं हो पा रही है. इससे बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी काफी परेशान हैं. इधर समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर विधान सभा आम निर्वाचन-2025 के लिए छह अक्टूबर से अगले आदेश तक जिला प्रशासन द्वारा अधिगृहित कर लिया गया है. इस कारण से दैनिक कार्यों का निष्पादन 30 अक्टूबर से मोडेल उच्च माध्यमिक विद्यालय बहादुरपुर से हो रहा है. कुछ यही हाल शहर के बीआरबी कॉलेज का भी है जहां चुनाव के लिए विशेष सुरक्षा बल को रखा गया है. हालांकि कुछ विषयों की ऑनलाइन कक्षाएं काॅलेज के प्राध्यापक द्वारा आयोजित किया जा रहा है. इधर निजी विद्यालयों में छुट्टी के बाद स्कूलों में अब 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी पर जोर दिया जा रहा है. सीबीएसई ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे छात्रों को सैंपल पेपर के आधार पर पढ़ाई कराएं. इसमें दिए गए कम्पीटेंसी बेस्ड प्रश्नों का अभ्यास कराया जाएगा, ताकि विद्यार्थी केवल रटने के बजाय विषय को समझकर पढ़ सकें. शिक्षकों को यह भी कहा गया है कि वे सैंपल पेपर से नियमित प्रैक्टिस करवाएं और पढ़ाए गए टॉपिक का पुनरावृत्ति कराएं, ताकि छात्र परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें. लेकिन निजी विद्यालयों का बस चुनाव में लिए जाने के बाद यहां भी पठन-पाठन पर असर पड़ने लगेगा.
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