Samastipur News:पूसा : डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अधीनस्थ कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली के सभागार में निफ्टेम कुंडली एवं कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में मशरूम प्रसंस्करण पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में ग्रामीण युवाओं, किसानों एवं डॉ. रेड्डी फाउंडेशन के सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी दर्ज की. शुरुआत करते हुए मृदा वैज्ञानिक सुमित कुमार सिंह ने कहा कि ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ाने की जरूरत है. मशरूम उत्पादन में आवश्यक सावधानियों तथा गुणवत्ता संरक्षण पर विशेषज्ञ दृष्टिकोण प्रस्तुत किये. इसके उपरांत डॉ नितिन कुमार ने मशरूम प्रसंस्करण की तकनीकों, मूल्य संवर्धित उत्पादों सूखे मशरूम, मशरूम पाउडर, अचार आदि सहित कृषि आधारित उद्यमिता में इनकी संभावनाओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी. विशेषज्ञों ने बताया कि मशरूम एक शीघ्र नष्ट होने वाला उत्पाद है. प्रसंस्करण तकनीक अपनाने से इसकी शेल्फ लाइफ बढ़ाई जा सकती है. किसानों व युवाओं के लिए नये उद्यम स्थापित किये जा सकते हैं. केवीके प्रमुख डॉ. आरके तिवारी ने निफ्टेम कुंडली की टीम एवं डॉ. रेड्डी फ़ाउंडेशन का आभार व्यक्त किया. कहा कि ऐसे कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में कौशल विकास, उद्यमिता संवर्धन व आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.
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