Samastipur News:बिथान : प्रखंड में इंटर के बाद आज भी छात्र-छात्राएं स्नातक की पढ़ाई के लिए अनुमंडल व जिला मुख्यालय के चक्कर लगाने को विवश हैं. प्रखंड में डिग्री कॉलेज नहीं होने के कारण अधिकतर युवाओं को रोजाना भारी-भरकम भाड़ा देना पड़ता है. जिससे उनकी जेब ढीली होती है. साथ ही कॉलेज जाकर लौटने में पूरा दिन बीत जाता है. जिसके कारण पढ़ाई और अन्य गतिविधियां भी प्रभावित होती है. स्थानीय युवाओं का कहना है कि शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधा के लिए इतनी मशक्कत करना अब स्वीकार्य नहीं है. बताते हैं कि बिथान मुख्यालय में डिग्री कॉलेज खोलने की मांग वर्षों से उठती रही है, लेकिन अब यह मांग तेज होती जा रही है. प्रखंड के युवा मुखर होकर कह रहे हैं कि जब तक बिथान में डिग्री कॉलेज नहीं खुलेगा तब तक वे चुप नहीं बैठेंगे. इसी दिशा में छह माह पूर्व स्थानीय सांसद राजेश वर्मा ने पहल करते हुए 2 मई 2025 को डीएम, डीईओ और डीडीसी समस्तीपुर को पत्र भेजकर बिथान में डिग्री कॉलेज खोलने की आवश्यकता पर जोर दिया था. सांसद ने बिथान बाजार समीप ब्लॉक रोड में विद्यालय की उपलब्ध जमीन का उल्लेख करते हुए उस पर तकनीकी प्रक्रिया पूरी कर कॉलेज निर्माण की दिशा में कदम उठाने का आग्रह किया था. हालांकि, पहल के बाद भी अब तक ठोस प्रगति नहीं होने से स्थानीय युवाओं में आक्रोश पनप रहा है. उनका कहना है कि जब कॉलेज खोले जाने की दिशा में पहल हो चुकी है, तो इस पर जल्द काम शुरू करना चाहिए. युवा चेतावनी देते हैं कि यदि आवश्यकता पड़ी तो वे आंदोलन का रास्ता भी अपनायेंगे, क्योंकि यह उनके भविष्य का सवाल है. बिथान में डिग्री कॉलेज खुलने से न केवल प्रखंड के 13 पंचायतों के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे, बल्कि हरीपुर, सनौखर और सुगराइन जैसे आसपास के गांवों के छात्रों को भी उच्च शिक्षा अपने घर के पास ही मिल सकेगी. कॉलेज न होने से समय के साथ-साथ आर्थिक क्षति भी बढ़ती जा रही है. स्थानीय लोगों की मांग है कि तकनीकी बाधाओं को दूर कर जल्द से जल्द कॉलेज खोलने की दिशा में सार्थक कार्रवाई की जाये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

