नवहट्टा : राज्य संपोषित उच्च विद्यालय में निर्माणाधीन कस्तूरबा गांधी विद्यालय के निर्माण में लोकल बालू का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है.
शिक्षा विभाग के अधिकारी व अभियंताओं की लापरवाही का आलम यह है कि कनीय अभियंता व सहायक अभियंता निर्माणाधीन भवन का भौतिक सत्यापन नहीं करते हैं और न ही योजना से संबंधित कोई शिलापट्ट ही लगाया गया है.
इसके कारण संवेदक के द्वारा लोकल बालू का उपयोग किया जा रहा है. एक तरफ सोनसेन बालू रखा गया है जिसके अंदर लोकल बालू रख दिया गया है तो दूसरी ओर सिर्फ लोकल बालू ही रखा गया है.
इस बाबत शिक्षा विभाग के कनीय अभियंता ललित कुमार ने कहा कि मुझे बहुत तरह का काम रहता है. इसलिए मैंने यह साइड टीएस को दे दी है. बाकी हम साइट का भौतिक सत्यापन कर रहे हैं.
एई से संपर्क साधने पर उनकी मांबाइल की घंटी बजती रही उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया. इस बाबत डीपीओ दिनेशचंद्र देव से संपर्क साधने पर उन्होंने कहा कि कार्य शुरू हुआ है. इसलिए शिलापट्ट नहीं लग पाया है. बाकी लोकल बालू के संबंध में जांच करायी जायेगी. फोटो- बालू 17 – निर्माण में प्रयोग किया जा रहा बालू