सहरसा : जिले के शहरी क्षेत्र में केरोसिन तेल का सभी आवंटन राज्य सरकार ने पूरी तरह बंद कर दिया है. जिससे गरीब उपभोक्ताओं के यहां अंधेरा छा गया है. बिजली विभाग की पहुंच भी इन गरीब घरों तक अभी तक नहीं हो पायी है. ऐसे में शहरी क्षेत्र के विभिन्न वर्डों में रहने वाले गरीब, मजदूर एवं मध्यम वर्ग के यहां रात्रि में अंधेरा देखने को मिल रहा है. राज्य सरकार ने शहरी क्षेत्र के खुदरा ठेला विक्रेताओं सहित जन वितरण प्रणाली दुकानों में भी केरोसिन का आवंटन पूरी तरह बंद कर दिया है.
विगत अक्तूबर माह से जन वितरण प्रणाली दुकानों में मिलने वाले एक लीटर केरोसिन को भी राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में बंद कर दिया गया. जबकि दिसंबर माह से भ्रमणशील खुदरा केरोसिन ठेला विक्रेताओं का तेल उठाव भी रद्द कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार, जिले में कुल 8 लाख 29 हजार से अधिक केरोसिन तेल की खपत थी.
जिसमें शहरी क्षेत्र में कुल 95 हजार लीटर से अधिक केरोसिन का आवंटन था. अक्तूबर माह में जन वितरण प्रणाली अंतर्गत मिलने वाले लगभग 37 हजार 5 सौ 50 लीटर केरोसिन का आवंटन रद्द किया गया था. जबकि दिसंबर माह में 57 हजार 7 सौ 50 लीटर केरोसिन 77 भ्रमणशील ठेला विक्रेताओं का भी आवंटन रद्द कर दिया गया है. आवंटन रद्द होने से शहरी क्षेत्र के गरीब परिवार सहित मध्य वर्गीय लोगों के बीच परेशानी बढ़ गयी है. स्थानीय लोग कालाबाजारी का केरोसिन खरीदने को विवश हो रहे हैं.
कालाबाजारी करने वाले इसका लाभ उठाते हुए ओने पौने दामों में केरोसिन उपलब्ध करा रहे हैं. शहर में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था भी पूरी तरह ठीक नहीं है. आये दिन घंटों बिजली बाधित रहने से गरीब एवं मध्यम वर्गीय लोग का सहारा आज भी केरोसिन ही है. ऐसे में केरोसिन तेल की जरूरत लोगों को बनी हुई है. तेल का आवंटन बंद होने से गरीबों को अंधेरे में रहने की नौबत आ पड़ी है. सरकार के इस फैसले से आम लोग परेशान हो रहे हैं.