सहरसा :शहर के कारु खिरहर हॉल्ट और सिमराहा के बीच सहरसा-पूर्णिया पैसेंजर ट्रेन से शुक्रवार की सुबह छलांग लगाकर शकुंतला देवी ने अपनी जान दे दी. महिला के इकलौते पुत्र आदित्य की मेरठ में बुधवार को हुए बाइक हादसे में मौत हो गयी थी. जानकारी के अनुसार, मृत महिला मेरठ में इंजीनियरिंग पढ़ रहे अपने बेटे आदित्य कुमार की सड़क हादसे में मौत की सूचना पर घर से पटना जाने के लिए निकली थी. हालांकि, परिजनों ने सुसाइड की बात से इनकार करते बताया कि गलती से सहरसा पूर्णिया पैसेंजर ट्रेन पकड़ लेने एवं जानकारी होने पर चलती ट्रेन में उतरने के कारण ट्रेन से गिर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी और मौके पर ही उनकी मौत हो गयी.
इस संबंध में वार्ड-32 निवासी महिला के पति अधिवक्ता अनिल कुमार झा ने बताया कि मेरठ में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे उनके बेटे आदित्य कुमार झा एवं उनके मित्र हिमाचल प्रदेश निवासी के रोड दुर्घटना में मौत होने की जानकारी गुरुवार की रात्रि फोन से दी गयी. उन्होंने बताया कि सूचना उनकी पत्नी शकुंतला देवी को दी गयी. इसके बाद से वह काफी विचलित थी. अहले सुबह वह बिना बताये बेटे को देखने के लिए घर से पटना के लिए रवाना हुई. स्टेशन पर भूलवश सहरसा-पूर्णिया पैसेंजर ट्रेन में चढ़ गयी. ट्रेन जब कारू खिड़हर हॉल्ट से खुल रही थी, तो उसे दूसरे ट्रेन में चढ़ जाने की बात लोगों द्वारा बतायी गयी. इसके बाद चलती ट्रेन से उतरने का उसने प्रयास किया. इससे गिरकर उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि घटना सुबह तकरीबन छह बजे के आसपास घटी है, लेकिन उन्हें जानकारी सुबह आठ बजे मिली. उन्होंने बताया कि वह सुबह पैसे की व्यवस्था के लिए घर से निकले थे. घर वापस आकर जब पत्नी के पटना निकलने की जानकारी मिली, तो वे स्टेशन पहुंचे. लेकिन, तब तक ट्रेन खुल चुकी थी. उन्होंने बताया कि दुर्घटना की जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे तो पूरी जानकारी हो सकी.
वार्ड पार्षद प्रतिनिधि पिंटू सिंह ने बताया कि मृत महिला एक निजी विद्यालय में पढ़ा कर अपने इकलौते पुत्र को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करा रही थी. पुत्र के दुर्घटना में मौत होने की जानकारी होने से काफी विचलित हो गयी थी. इस दोहरे दर्दनाक घटना से पूरे वार्ड सहित परिजन गहरे सदमें में हैं. लाश को पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंप दिया गया है. ज्ञात हो कि मृतक महिला सोनवर्षाराज प्रखंड के बड़गांव की रहनेवाली थी. जीवनयापन के लिए पति सहित शहर के हटियागाछी मोहल्ले में रहती थी.