सहरसा : जिले के कहरा प्रखंड क्षेत्र के चैनपुर गांव में एक साधारण परिवार में जन्म लेनेवाले बीटेक के छात्र अमीश कात्यायन ने बिजली चोरी रोकनेवाले मीटर का आविष्कार कर सबको चौंका दिया है. चैनपुर निवासी किशोर कुमार के पुत्र अमीश कात्यायन ने गाजियाबाद के रैना क्लासेज के निदेशक व क्रिकेटर सुरेश रैना के भाई मार्गदर्शक दिनेश रैना के नेतृत्व में अपने सहयोगी गाजियाबाद के पवन कुमार के साथ मिल कर एक ऐसा बिजली स्मार्ट मीटर तैयार किया है,
जिसके जरिये मीटर के साथ कोई भी छेड़छाड़ होने पर सीधे विभाग के मोबाइल पर मैसेज पंहुच जायेगा. इस डिवाइस मीटर को तैयार करनेवाले
सहरसा के अमीश…
छात्रों का दावा है कि यदि इसे इस्तेमाल में लाया जाता है तो मीटर के साथ छेड़छाड़ कर करोड़ों की बिजली चोरी करनेवालों को रोका जा सकता है. छात्रों ने बताया कि स्मार्ट मीटर में यदि जरा सी भी छेड़छाड़ की गयी तो पूरी डिटेल विभाग के अधिकारी के मोबाइल पर चला जायेगा. इतना ही नहीं घर की बिजली भी ऑटोमेटिक पावर कट हो जायेगी. इसके बाद उसे विभागीय कर्मचारियों द्वारा ही चालू कराया जा सकेगा.
इस तरह सिस्टम करेगा काम
आइपी यूनिवर्सिटी दिल्ली से बीटेक की पढ़ाई कर रहे अनीश और उसके सहयोगी गाजियाबाद के पवन ने बताया कि मीटर के कवर पर मैग्नेट सेंसर लगाया गया है. इसके साथ थेफ्ट डिटेक्शन सिस्टम में जीएसएम सिम का इस्तेमाल किया गया है. जैसे ही कोई मीटर का कवर खोलेगा. उसमें लगे सेंसर की मदद से विभागीय अधिकारियों के मोबाइल पर मैसेज भेजना शुरू कर देगा. मोबाइल पर मीटर के सीरियल नंबर और एरिया लोकेशन की जानकारी मिल जायेगी. छात्रों ने इस डिवाइस को एक महीने में तैयार किया है. इस प्रोजेक्ट में मीटर सहित कुल चार हजार का लागत लगा. अनीश ने बताया कि इस काम में रैना क्लासेज के निदेशक क्रिकेटर सुरेश रैना के भाई दिनेश रैना ने मेंटर के रूप में उनका पूरा सहयोग किया. इस कारण उनका यह ड्रीम प्रोजेक्ट आज सफल हुआ है.
अमीश ने बताया कि अपने इस प्रोजेक्ट को दिल्ली के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद मनोज तिवारी सहित अन्य लोगों की मौजूदगी में डिमंस्ट्रेशन करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल के समक्ष डिमंस्ट्रेशन के लिए आमंत्रित किया गया है. जल्द ही इस दिशा में दोनों मंत्री के पास प्रेजेंटेशन के बाद प्रोजेक्ट को रजिस्टर्ड कराने का प्रयास किया जायेगा.
ताकि इस तकनीक का इस्तेमाल कर सरकार करोड़ों की बिजली चोरी को रोकने में कामयाब हो सके. मालूम हो कि अमीश की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली में होने के बाद मैट्रिक तक की पढ़ाई संत जोसेफ पब्लिक स्कूल समस्तीपुर से पूरी हुई. कोटा से बारहवीं करने के बाद अभी दिल्ली से बीटेक कर रहा है. इनके चाचा डॉ अरविंद खां बीएनएमयू में प्रॉक्टर के पद पर कार्यरत हैं.