सासाराम नगर : अब गया नहीं, सासाराम में रेल डीएसपी का हेड क्वार्टर बनेगा. इसके लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है. अनुमति मिलते ही इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. उक्त जानकारी सीआरपीएफ जवान दिनेश माथुर की इंसास राइफल गायब होने के मामले की जांच करने सासाराम पहुंचे डीआइजी उमाशंकर प्रसाद ने दी.
गौरतलब हो कि दो जुलाई की रात डाउन लाइन की चंबल एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे 140 बटालियन के सीआरपीएफ जवान दिनेश माथुर की इंसास रायफल मुगलसराय से सासाराम के बीच गायब हो गयी थी. इस मामले में डीआइजी ने कहा कि डीडीयु-गया रेल खंड पर सासाराम एक महत्वपुर्ण स्टेशन है. जब कभी बड़े मामले होते हैं, तो जांच के लिए बड़े अधिकारियों को गया व पटना से आना पड़ता है.
सासाराम में डीएसपी कार्यालय खुल जाने से हर तरह के मामलों का अनुसंधान करने में सहूलियत होगी. इंसास रायफल गायब होने के मामले की जांच में कुछ इनपुट मिले हैं, जिसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है. उसी इनपुट के अाधार पर जांच चल रही है. जवान संत्री की ड्यूटी में तैनात होने के बाद भी सोना उसकी घोर लापरवाही थी.
रेल डीआइजी के आगमन से डेहरी में सजग दिखे अधिकारी
डेहरी जीआरपी थाने में अचानक डीआइजी उमाशंकर प्रसाद का आगमन बुधवार को हो जाने से थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी सजग दिखे. हालांकि, डीआइजी का प्रोग्राम डेहरी में नहीं था. वे सोननगर रेलवे स्टेशन स्थित थाने में विजिट के पश्चात सासाराम जानेवाले थे. इस बीच रोड मार्ग से लौट रहे डीआइजी का आगमन डेहरी में हो गया. इसकी जानकारी जीआरपी थानाध्यक्ष मोहम्मद अली अकबर खान ने दी.
महिला तस्करों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मिलेगा सहयोग
उन्होंने कहा कि सासाराम और डेहरी में महिला बटालियन नहीं है, जिससे रेल पुलिस को काफी परेशानी होती है. प्रदेश में शराबबंदी लागू होने के बाद महिलाएं बड़े पैमाने पर झारखंड व उत्तर प्रदेश से शराब की तस्करी कर रही हैं. रेल पुलिस ने कई बार शराब के साथ महिला तस्करों को गिरफ्तार किया है. वहीं कई बार महिला तस्कर पुलिस को चकमा देकर भागने में भी सफल रही हैं.
इससे निबटने के लिए डीआइजी ने रेल डीएसपी सुनील कुमार को महिला पुलिस की पोस्टिंग के लिए प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में चार एक की महिला बटालियन की पोस्टिंग का प्रस्ताव 15 दिनों के अंदर कर दिया जायेगा. महिला बटालियन ट्रेनों में डेहरी से लेकर कर्मनाशा तक सर्च अभियान की हिस्सा बनेंगी. इससे महिला तस्करों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने में सहयोग मिलेगा.
