Bihar News: पूर्णिया जिले के भवानीपुर थाना क्षेत्र के सोनदीप मिलिक पंचायत के सोनदीप गांव में शनिवार सुबह एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया. यहां घास काटते समय सांप के डसने से 48 वर्षीय सिपाही पासवान की हालत गंभीर हो गई. समय रहते इलाज मिलने पर उनकी जान बच सकती थी, लेकिन परिजनों की लापरवाही ने हालात को नाजुक बना दिया.
सांप के डसने पर अस्पताल के बजाय तांत्रिक के पास ले गए
ग्रामीणों के मुताबिक सुबह करीब 7 बजे सिपाही पासवान अपने घर में रखे घास की कुट्टी काट रहे थे. घास के भीतर छिपे जहरीले सांप ने अचानक उनके हाथ पर हमला कर दिया. घबराए परिजन उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने के बजाय गांव के ही एक तांत्रिक के पास ले गए. वहां करीब छह घंटे झाड़फूंक होती रही, जिससे बहुमूल्य समय बर्बाद हो गया.
20 इंजेक्शन के बाद भी हायर सेंटर रेफर
दोपहर करीब 1:30 बजे उन्हें भवानीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एस.के. चौधरी ने बताया कि अस्पताल पहुंचने तक जहर पूरे शरीर में फैल चुका था. मरीज को बचाने के लिए 20 से अधिक वायल एंटी-स्नेक वेनम इंजेक्शन दिए गए, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उन्हें हायर सेंटर रेफर करना पड़ा.
सरकारी अस्पतालों में मुफ्त एंटी-स्नेक वेनम उपलब्ध
डॉ. चौधरी ने लोगों से अपील की कि सांप के डसने पर किसी भी प्रकार की झाड़फूंक या देरी न करें. सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क और प्रभावी एंटी-स्नेक वेनम उपलब्ध है, और समय पर इलाज मिलने से मरीज की जान बचाई जा सकती है. इलाज में एएनएम मंजू कुमारी और जीएनएम शोभा कुमारी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

