शहर में वेंडिंग जोन व फूड पार्क बने हुए दो साल अभी तक दुकान शिफ्ट नहीं
विस्थापित फुटपाथी दुकानदारों ने की आवंटन किए बगैर नहीं चले यह अभियान
पूर्णिया. वेंडिंग ज़ोन का आवंटन किए बिना स्ट्रीट वेंडरों पर की जाने वाली बुल्डोजर कार्रवाई से फुटपाथी दुकानदार हलकान और परेशान हैं. ठंड के इस मौसम में उनके सामने अचानक रोजी-रोटी का बड़ा संकट आ गया है. इसके साथ ही यह सवाल भी खड़ा है कि आखिर वे जाएं तो कहां जाएं! वेंडिंग जोन के लिए स्थल का चयन हुआ और कुछ बना भी पर किसी को आवंटन नहीं मिला. वेंडिंग जोन में जगह मिलने की प्रत्याशा में वे सड़क किनारे किसी तरह दो जून की रोटी का जुगाड़ कर रहे हैं पर अचानक हुए बुल्डोजर एक्शन से आफत आ गई. फुटपाथी दुकानदारों का कहना है कि यह नाइंसाफी है. दुकानदारों ने जिला प्रशासन और नगर निगम से इस पर पुर्नविचार का आग्रह किया है. गौरतलब है कि शहर और आसपास के इलाकों में एक तरफ अतिक्रमण हटाओ अभियान चला कर फुटपाथ दुकानों को हटाने की सिलसिला पिछले एक सप्ताह से लगातार चल रहा है. इस अभियान के तहत मरंगा से बस स्टैंड होते हुए गुलाबबाग जीरोमाइल चौक सड़क किनारे सरकारी जमीन पर चल रही तमाम दुकानें हटा दी गईं. सरकार का यह एक्शन सक्सेस हो गया और फुटपाथ पर आबाद बाजार भी खत्म हो गया पर स्ट्रीट वेंडर संकट में पड़ गये. इस अभियान से हाशिए पर आए फुटपाथी दुकानदार कहते हैं कि यह उनकी आजीविका पर आघात है और अपनी आजीविका चलाना उनका मौलिक अधिकार भी है. दुकानदार कहते हैं कि पूर्णिया के हालात अन्य जिलों से अलग हैं और इस लिहाज से इस अभियान पर पुर्नविचार किया जाना चाहिए.बन कर तैयार वेंडिंग जोन-फूड पार्कअगर देखा जाए तो पूर्णिया में पहले चारण के तहत करीब दो साल पहले वेंडिंग जोन और फूड पार्क बन कर तैयार हो गये थे. हालांकि दुकानदारों की संख्या के हिसाब से पर्याप्त नहीं है पर अब तक उसमें फुटपाथ दुकानों को शिफ्ट नहीं किया जा सका है. हालात यह है कि वेंडिंग जोन और फूडपार्क शोभा की वस्तु बन कर रह गये हैं. शहर में ही पंचमुखी मंदिर से लेकर रेणु उद्यान के बीच फुटपाथ दुकानों के लिए वेंडिंग जोन बना गया था जबकि राजेन्द्र बाल उद्यान के सटे पश्चिम दिशा में फूडपार्क का भी निर्माण कराया गया था. याद रहे कि शहरी गरीबी उन्मूलन और बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से करोड़ों की लागत से फूड पार्क बनाया गया था.इसी तरह पंचमुखी मंदिर के समीप वेंडिंग जोन भी बनाए गये थे. इसका निर्माण तब कराया गया जब फुटपाथ दुकानदारों की ओर से बारंबार मांग होने लगी. अब आवंटन की प्रत्याशा में वेंडिंग जोन और फूड पार्क खाली पड़े हुए हैं. वहां अब जंगल-झाड़ भी उग आए हैं.
दर्जनों दुकानदारों को किया जा सकता है शिफ्ट
फूडपार्क एवं वेंडिंग जोन में दर्जनों दुकानें शिफ्ट हो सकती हैं. फूडपार्क मे करीब दो दर्जन खुली हुई दुकानें बनी हैं. निर्माण के एक साल बाद यहां हुई अगलगी की घटना में करीब छह दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं थी जिसकी बाद में मरम्मत की गई. अगर देखा जाए तो इसमें कम से कम 24 फल दुकानें शिफ्ट हो सकती थी. मगर, यहां अब तक किसी को आवंटन नहीं मिल सका. इसी तरह पंचमुखी मंदिर के बने वेंडिंग जोन में पांच जगह सटे हुए शेड बने हुए हैं. इसके नीचे करीब 40 स्टॉल बने हुए हैं. स्टॉल के पीछे खटाल बना हुआ है जिसमे लोहे का छोटा गेट भी लगा हुआ है जिसमें दुकानदार रात में समान रख कर ताला लगा सकते हैं. यहां शेड के नीचे बड़े से शब्दों में लिखा हुआ है ‘वेंडिंग जोन,स्वच्छ पूर्णिया, स्वस्थ पूर्णिया और समृद्ध पूर्णिया’ लिखा हुआ है. यहां पानी की व्यवस्था है. इतने सुविधा होने के बावजूद आज उक्त वेंडिंग जोन भी आवंटन के अभाव में बेकार पड़ा है.————–
आंकड़ों पर एक़ नजर
3500 फुटपाथी दुकानदार रजिस्टर्ड हैं शहर में02 वर्षों से बन कर तैयार है फूडपार्क व वेंडिंग जोन24 फल दुकानें शिफ्ट हो सकती हैं फूडपार्क में
40 स्टॉल बने हुए हैं वेंडिंग जोन में11 स्थलों पर था वेंडिंग जोन निर्माण का प्रस्ताव02 स्थलों पर ही हो सका है निर्माण
—————————कहते हैं अधिकारी
शहर के राजेन्द्र बाल उद्यान के नजदीक बने फूडपार्क में जल्द ही दुकानें शिफ्ट की जाएंगी. इसमे आस्था मंदिर के आस-पास चौबीस दुकानदारों का चयन कर लिया गया है. यह सभी अप्लाई किये थे. पंचमुखी मंदिर के नजदीक बने वेंडिंग जोन में भी फुटपाथ विक्रेताओं को शिफ्ट करने की सिलसिला जारी है. विस्थापित दुकानदार वेंडिंग जोन में कारोबार शुरू कर सकते हैं.कुमार मंगलम, नगर आयुक्त, पूर्णिया—————————–कह रहा फुटपाथ दुकानदार संघ
अतिक्रमण मुक्त अभियान के खिलाफ हमलोग नहीं पर वेंडिंग जोन में दुकान आवंटित किए बिना फुटपाथ के दुकानों को उजाड़ा नहीं जाना चाहिए. वेंडिंग जोन की संख्या भी बढ़ायी जानी चाहिए. संघ का प्रशासन से यही आग्रह भी है. अभी कोई आवंटन नहीं मिला है और इस स्थिति में बुल्डोजर की यह कार्रवाई अनुचित है.दीपक हिन्दुस्तानी, मीडिया प्रभारीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

