प्रतिनिधि, पूर्णिया पूर्व. भूअर्जन का मुआवजा दिलाने के नाम पर छह लाख की ठगी मामला प्रकाश में आया है. इसको लेकर पीड़ित रानीपतरा निवासी चंदन कुमार चंचल ने मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इस संबंध में मुफस्सिल थानाध्यक्ष उत्तम कुमार ने बताया कि उक्त मामले में प्राथमिक दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है. पीड़ित रानीपतरा निवासी चंदन कुमार चंचल ने बताया कि मेरी जमीन का अधिग्रहण सड़क निर्माण में हुआ था. मुआवजा कम मिलने के कारण मैनें उच्च न्यायालय में एक केस किया था. इसमें उच्च न्यायालय ने पूर्णिया कमिश्नर के यहाँ उचित निर्णय के लिए भेज दिया. इसी बीच ,पूर्णिया के नेवालाल चौक का निवासी सदानन्द साह ने मुझे झांसा दिया कि अगर मुझे छह लाख रुपया देंगे तो मैं मुआवजे की रकम बढ़वा दूंगा. कुछ दिनों के बाद आरोपित सदानन्द साह ने फोन पर कहा कि एक करोड 41 लाख रुपया का चेक बन गया है, अब आप छह लाख रुपया दीजीए . मैंने छह लाख रुपया नगद सदानन्द साह को दे दिया. ये सारी बातें मेरे फोन में रिकॉर्ड है. रुपया मिलने के बाद आरोपित ने कॉल रिसीव करना बंद कर दिया. मैं खुद कमिश्नरी जाकर पता लगाया तो पता चला कि मेरा केस खारिज हो गया है. मैंने जिला नकलखाना से फैसले का नकल प्राप्त किया. जब सदानन्द साह को नकल दिखायी, तब उसने कहा कि आपका छह लाख रुपये वापस कर दूंगा. इसके बाद एक हजार रुपया के स्टाम्प पेपर पर आरोपित सदानन्द साह ने लिखा कि एक करोड़ 41 लाख रुपये का चेक अगर नहीं दिलवा पाउंगा तो आपका छह लाख र.पया वापस कर दूंगा. अब बात करने पर वह मुझे जान से मारने की धमकी देता है. उन्होंने आरोप लगाया कि रानीपतरा के और भी कई लोगों से इसी तरह रुपये ठगी की है.
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