पूर्णिया. पूर्णिया शहर के रामबाग स्थित प्रोफेसर कॉलोनी रोड नंबर 5 पारसमणि पथ निवासी अमित कुमार ने यूपीएससी में 729वां रैंक हासिल किया है. वर्तमान में वे भागलपुर रेंज में डीएसपी के रूप में पदस्थापित हैं. वे आइआइटी दिल्ली से बीटेक भी हैं. यूपीएसपी में चयनित डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि मेरा रैंक 729 है, यह पांचवां प्रयास था. इससे पूर्व भारत से बाहर रह रहा था. तभी कोशिश की थी लेकिन भारत आने के बाद यह पहला प्रयास था. 2016 में स्टार्टिंग के तौर पर शुरू किया था. जापान में होंडा में पांच साल रहा, टोयोटा में ढाई साल रहने के दरमियान यूपीएससी की तैयारी करता था. बाद में सोचा कि भारत में रहकर बेहतर तैयारी की जा सकती है तो वापस आ गया. बीपीएससी की भी कोशिश की और पहली बार में उसे क्रैक करने के बाद 2022 में डीएसपी स्पेशल ब्रांच मिला. फिलहाल मैं भागलपुर रेंज में पदस्थापित हूं. तैयारी में सेल्फ स्टडी किया. इंटरव्यू के समय थोड़ी गाइडलाइंस की जरूरत पड़ी. ऑनलाइन पढ़ाई से भी मदद मिली. पिताजी स्व. विनोद नारायण सुपौल जिले के मूल निवासी थे और माताजी मधेपुरा से. पिताजी 1984 बैच के सब इंस्पेक्टर थे. 2016 में अवकाश ग्रहण किया. माताजी एसएनएसवाई महाविद्यालय में लेक्चरर हैं.
12वीं में बिहार में आया था 10वां स्थान
यूपीएसपी में चयनित डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि सैनिक स्कूल से पढ़ाई की है. इंटर एसएनएसवाई कॉलेज से किया है. 12वीं के साइंस में पूरे बिहार में 10वां स्थान रहा था. उसी समय आइआइटी भी क्रैक किया था. इसरो कॉलेज अनंतपूरम भी था सामने, लेकिन आइआइटी दिल्ली का ही चयन किया.
इंटरव्यू से एक सप्ताह पहले हुआ पिता का निधन
यूपीएसपी में चयनित डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि इंटरव्यू से एक सप्ताह पहले उनके पिता का निधन हो गया था. अगर पिताजी जीवित होते तो वे बेहद प्रसन्न होते और सभी को खुशी मिलती. अफसोस है कि यह देखने से पहले ही वे हम सभी को छोड़कर चले गये.भाइ-बहन भी डॉक्टर, इंजीनियर व अफसर
अमित कुमार ने बताया कि वह चार भाई-बहन हैं. बड़ी बहन डेंटिस्ट हैं, लेकिन 67वीं बीपीएससी क्वालीफाई कर योजना पदाधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. सीतामढ़ी में छोटी बहन डॉक्टर और बिहटा में एक मेडिकल कॉलेज में टीचिंग कार्य से जुड़ी हैं. छोटा भाई आइआइटी दिल्ली से पीएचडी कर रहा है.बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे अमित व भाइ-बहन : विनय कुमार
अमित की सफलता से पूरे परिवार सहित उनके सभी जानने वालों में खुशी का माहौल है. पूर्णिया उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक विनय कुमार ने अमित की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि अमित के पिता स्व. विनोद नारायण के साथ उनके गहरे ताल्लुकात थे. उन्हीं के मकान में वे किराये पर रहा करते थे. उन्होंने अमित को बचपन से देखा है. सभी भाई-बहन पढ़ने-लिखने में हमेशा अव्वल रहे हैं और अच्छी शिक्षा हासिल कर सभी आगे बढ़ रहे हैं. खासतौर पर यूपीएससी क्वालीफाई कर अमित ने अपने घर परिवार के साथ-साथ इस जिले का भी नाम रौशन किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है