जम्मू में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात बिहार के तीन जवान अबतक शहीद हो चुके हैं. जिनमें सीवान जिले के बड़हिरया प्रखंड के वसिलपुर गांव निवासी रामबाबू सिंह भी शामिल हैं. रामबाबू सिंह आर्मी के आरअी ब्रिगेड में तैनात थे. सोमवार को पाकिस्तानी ड्रोन के हमले को S-400 सिस्टम मिसाइल से डिफ्यूज करने के दौरान जख्मी हुए थे.
पांच महीने पहले ही हुई थी रामबाबू और अंजली की शादी
रामबाबू सिंह की शादी अंजली से महज पांच महीने पहले ही हुई थी. अब उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटकर उनके पैतृक गांव पहुंचेगा. गांव के लोग अपने सपूत की शहादत पर गर्व कर रहे हैं लेकिन उन्हें खोने का गम भी सबके चेहरे पर है.
पत्नी को नहीं दी गयी रामबाबू के शहादत की खबर
घरवालों ने बताया कि अंजली को अभी ये मनहूस खबर नहीं दी गयी है. अंजली को बताया गया कि रामबाबू बीमार हैं. अंजली और रामबाबू का दांपत्य जीवन शुरू हुए अभी छह महीना नहीं बीता था कि उनका साथ अब छूट भी गया.
शादी के बाद अधिकतर ड्यूटी पर ही रहे रामबाबू
पिछले साल 14 दिसंबर को धूमधाम से दोनों की शादी हुई थी. इसके बाद रामबाबू ने अधिकतर वक्त वतन के लिए ड्यूटी पर बिताया. अभी यह रिश्ता परवान ही चढ़ रहा था कि रामबाबू की शहादत देश सेवा के दौरान हो गयी.
वो आखिरी फोन कॉल…
परिवार के लोग बताते हैं कि सोमवार की सुबह 10 बजकर 30 मिनट के करीब रामबाबू ने अपनी पत्नी अंजली से फोन कॉल पर बातचीत की थी. कुछ ही मिनट दोनों की बात हुई थी. अपने ड्यूटी पर होने की जानकारी देने के साथ ही नॉर्मल बातचीत दोनों ने की.
शाम को फिर कॉल करने का था वादा…
फोन पर रामबाबू ने अंजली को कहा था कि वो शाम में फिर कॉल करकेंगे. लेकिन रामबाबू की शहादत की खबर आयी. परिजन नम आंखों से यह कहते हैं कि अब अंजली को कभी रामबाबू का कॉल नहीं आ सकेगा. वो चले गए. आज रामबाबू का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव आएगा.