पटना : लॉकडाउन में लोग सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के साथ ही वस्तुओं के आदान-प्रदान में भी काफी सतर्कता बरत रहे हैं. एलपीजी सिलिंडर भी इससे अछूते नहीं हैं. इसको ध्यान में रखते हुए पेट्रोलियम कंपनी इंडियन आयल कारपोरेशन ने अपने ग्राहकों तक सैनिटाइज्ड सिलिंडर पहुंचाना शुरू किया है. इस बात की जानकारी आइओसी (बिहार-झारखंड) के कार्य कारी निदेशक विभाष कुमार ने शनिवार को दी. कंपनी ने बॉटलिंग प्लांटों में विशेष व्यवस्था की है. कोरोना वायरस का प्रभाव रोकने के लिए आरा, मुजफ्फरपुर और बांका बॉटलिंग प्लांटों पर विशेष व्यवस्था कर सिलिंडरों का सैनिटाइजेशन करना शुरू कर दिया है.
कार्यकारी निदेशक विभाष कुमार बताया कि इसके तहत बॉटलिंग प्लांटों में सिलिंडरों का चार स्तर पर सैनिटाइज किया जा रहा है. कुमार ने बताया कि पहले स्तर पर खाली आने वाले सिलिंडर एंट्री गेट पर ही सोडियम हाइपोक्लोराइड के घोल से स्प्रिंकलर के जरिये सैनिटाइज किए जा रहे हैं. इसके बाद फिर अनलोडिंग होने पर स्प्रे हो रहा है. तीसरे स्तर पर वॉशिंग प्लांट में उन्हें सैनिटाइज किया जा रहा है.
सिलिंडर भरने के बाद निकासी के समय गेट पर घोल का चौथी बार स्प्रे होता है. इस तरह चार स्तरों पर सिलिंडर सैनिटाइज किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उज्ज्वला रसोई गैस 30 जून तक तीन सिलिंडर कनेक्शन धारकों को मुफ्त दिए जाने हैं, इससे मांग बढ़ेगी. इसे देखते हुए प्लांट तीन शिफ्ट में चलाने का फैसला लिया गया हैं. तीन शिफ्टों में प्लांट चलने पर प्रतिदिन 35-37 हजार बॉटलिंग हर प्लांट हो रहा है.
गौरतलब है कि बिहार में में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 32 हो गयी है. शनिवार को भागलपुर के नवगछिया का एक व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव पाया गया. उसकी उम्र 65 वर्ष है. वह 18 मार्च को इंगलैंड से लौटा है. वहीं, एनएमसीच में भर्ती कोरोना पॉजीटिव एक महिला को दूसरी बार जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. वह पटना के शरनम हॉस्टिपल में नर्स है. उसने मुंगेर के उस युवक का ब्लड प्रेशर नापा था, जिसकी बाद में पटना एम्स में मौत हो गयी थी.