गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह समाप्त होते ही गुरुवार को शहर में भीषण जाम लग गया. भीड़ का दबाव ऐसा था कि डाकबंगला, मीठापुर, गांधी मैदान, कंकड़बाग, स्टेशन रोड, एग्जीबिशन रोड, नाला रोड, बाकरगंज, बारी पथ, चिडैयाटाड़ समेत लगभग पूरे शहर में वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं. यातायात पुलिस की तैनाती के बावजूद हालात पर काबू नहीं पाया जा सका और भीषण जाम ने पूरे पटना को जकड़ लिया. स्थिति यह रही कि हरियाणा और असम के मुख्यमंत्री का काफिला भी शहर की जाम में फंस गया. आनन-फानन में सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह काफिला को वहां से निकाला.
समारोह खत्म होने के बाद गांधी मैदान के चारों ओर निकासी व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी. कई स्थानों पर बैरिकेडिंग को हटाने की कोशिश में लोग पुलिस से भिड़ गये. ड्यूटी पर मौजूद जवानों को भीड़ को रोकने में भारी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन वाहनों की संख्या बढ़ते ही पूरा ट्रैफिक सिस्टम ध्वस्त हो गया. आयुक्त कार्यालय के पास एक बाइक सवार गांधी मैदान की ओर जाने के लिए पुलिस से भिड़ गया. विवाद बढ़ने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने युवक और पुलिस दोनों को अलग-अलग किया.
एंबुलेंस फंसा, घंटों प्रयास के बाद निकलास्टेशन रोड से लेकर बाकरगंज तक हालात इतने खराब रहे कि एंबुलेंस तक को रास्ता नहीं मिला. घंटों प्रयास के बाद किसी तरह एंबुलेंस को जाम से निकाला गया. कंकड़बाग और चिडैयाटाड़ की सड़कों पर तीन-तीन लेन बन जाने से ट्रैफिक पूरी तरह रुक गया. पुलिसकर्मियों की संख्या भीड़ के अनुपात में नजर नहीं आयी, जिससे हालात और बिगड़ते चले गये. एग्जीबिशन रोड और नाला रोड पर स्थिति और भी गंभीर दिखी. वाहन रेंगते हुए भी मुश्किल से आगे बढ़ रहे थे, जिससे यातायात पूरी तरह जाम की गिरफ्त में आ गया.
शहर की सबसे भीड़भाड़ वाली जगह डाकबंगला चौराहे पर अचानक तनाव फैल गया, जब कार्यकर्ताओं के एक समूह ने एक युवक को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया. युवक के हाथ पर मुख्यमंत्री आदित्य डीजे लिखा हुआ था. बिहटा निवासी सूरजभान सिंह ने बताया कि वहां पर कुछ लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे. कार्यकर्ताओं को लगा मैं उस भीड़ का हिस्सा हूं. इसी के बाद लोगों ने जमकर उसे पीट दिया. किसी तरह पुलिस ने उसे वहां से निकाल कोतवाली थाना लेकर पहुंची. वहां बैठने के बाद वह थाना में ही गाना गाने लगा. पुलिस के रूप से वह मानसिक रूप से बीमार है. समारोह समाप्त होने घंटों बाद पुलिस ने जांच पड़ताल व सत्यापन कर उसे छोड़ दिया.
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