संवाददाता, पटना
पटना विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग और आइक्यूएसी की ओर से बुधवार को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया. आत्महत्या के बदलते विचार विषय पर आयोजित व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में कंसल्टेंट मनोवेद माइंड हॉस्पिटल के मनोचिकित्सक डॉ विनय कुमार ने आत्महत्या से जुड़े आंकड़ों पर ध्यान देने के बजाय आत्महत्या के मर्म को समझने पर बल दिया. मौके पर उन्होंने संवाद की महत्ता को रेखांकित किया व उपस्थित अध्यापकों और विद्यार्थियों के प्रश्नों का भी सहजता से जवाब दिया. संवाद में विभागाध्यक्ष डॉ शिव सागर प्रसाद ने आत्महत्या के बढ़ते आंकड़ों की ओर ध्यान आकृष्ट किया, साथ ही उनके निवारण में मनोवैज्ञानिकों की भूमिका को रेखांकित किया. इस अवसर पर विभाग के सभी शिक्षक डॉ निरूपा लक्ष्मी, डॉ संतोष कुमार, डॉ संजीव कुमार गुप्ता, विद्यार्थियों के साथ पटना कॉलेज मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ उदय शंकर, सहायक प्राध्यापक डॉ विकास कुमार वर्मा एवं डॉ नाजिया परवीन उपस्थित रहीं. कार्यक्रम का संचालन डॉ श्रुति नारायण और धन्यवाद ज्ञापन डॉ रानी रंजन साह ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

