Bihar News: पटना में कानून और ट्रैफिक व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए प्रशासन अब हाई-टेक मोड में आ गया है. शहर में स्मार्ट ट्रैफिक और क्राइम कंट्रोल को लेकर ICCC (इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर) के कैमरों का उपयोग नए तरीके से किया जा रहा है. अब सड़क किनारे लंबे समय तक खड़ी रहने वाली गाड़ियों पर सीधा कंट्रोल रूम को अलर्ट जाएगा, जिससे संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी.
डिजिटल लाइन से होगी निगरानी
पटना की प्रमुख सड़कों पर एक डिजिटल लाइन तैयार की जा रही है. यह लाइन सिर्फ ICCC कंट्रोल रूम में दिखाई देगी. IT टीम इसमें लगातार काम कर रही है. इस डिजिटल सिस्टम में गाड़ियों के लिए एक निश्चित समय सेट होगा. कोई वाहन तय सीमा से अधिक देर तक इस लाइन के बाहर या किनारे खड़ा रहता है, तो सिस्टम तुरंत अलर्ट भेज देगा. इसके बाद उस वाहन का ऑटोमैटिक चालान भी काटा जाएगा.
क्राइम प्रिवेंशन में मददगार तकनीक
लंबे समय तक सड़क पर खड़ी गाड़ियों को लेकर प्रशासन विशेष रूप से सतर्क है. क्योंकि कई मामलों में अपराधियों ने चोरी की गाड़ी, अपहरण, हथियार सप्लाई या अपराध की साजिशों के लिए वाहनों का इस्तेमाल किया है. नए सिस्टम के बाद ऐसी गाड़ियों की रियल-टाइम पहचान हो सकेगी. अगर कोई संदिग्ध वाहन कई घंटों तक खड़ा मिलता है, तो ICCC की टीम तुरंत संबंधित थाने को कॉल करेगी. पुलिस मौके पर पहुंचकर वाहन की छानबीन करेगी.
नया डिजिटल सिस्टम लागू होने से क्या होगा फायदा?
पटना में कई स्थानों पर लोग अपनी गाड़ियां दो से तीन दिनों तक सड़क किनारे खड़ी छोड़ देते हैं. जिससे न सिर्फ जाम लगता है, बल्कि एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी आपातकालीन सेवाओं को भी दिक्कत होती है. नया डिजिटल सिस्टम लागू होने के बाद अवैध पार्किंग पर नियंत्रण मिलेगा और सड़कें ज्यादा सुगम बनेंगी. प्रशासन का मानना है कि यह तकनीक न केवल लॉ एंड ऑर्डर को मजबूत करेगी बल्कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पटना की ट्रैफिक मैनेजमेंट प्रणाली को भी एक नई दिशा देगी.

