20.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

अब गांव की सड़कों का भी सात साल तक होगा मेंटेनेंस

अब गांव की सड़कों का भी सात साल तक मेंटेनेंस होगा.इसके लिये टेंडर होंगे और चुनी गई एजेंसी मेंटेन करेगी.

ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम को लागू करने की मिली मंजूरी संवाददाता,पटना अब गांव की सड़कों का भी सात साल तक मेंटेनेंस होगा.इसके लिये टेंडर होंगे और चुनी गई एजेंसी मेंटेन करेगी.इसके तहत पूरे राज्य के 534 प्रखंडों के लिये 534 एजेंसी चुनी जाएगी.कैबिनेट ने गुरुवार को इसके लिए ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम लागू करने का फैसला किया है.जिसके तहत ग्रामीण सड़कों के नियमित एवं व्यवस्थित पुनर्निर्माण/उन्नयन/ नवीनीकरण के लिये मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के तहत ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम को लागू किये जायेंगे.अभी पूरे राज्य में कुल 1.18 लाख किलोमीटर ग्रामीण सड़क हैं.उसमें से 10 साल पहले की बनी करीब 30 हजार किलोमीटर सड़क पूरी तरह टूट चुकी हैं. अब नये फैसले के बाद सात साल की अवधि में दो बार उन सड़कों का कालीकरण (पूरी तरीके से निर्माण) होगा.सड़क के गडढ़े 24 घंट में भरे जाएंगे.विभाग केन्द्रीकृत मॉनिटरिंग करेगा. इसके लिये 24 घंटे डेडिकेटेड टीम काम करेगी.इन 30 हजार किलोमीटर सड़क के मेंटेनेंस पर करीब 14 हजार करोड़ रुपए खर्च होंंगे.इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी सुगम यातायात उपलब्ध करवाना है. सरकार का मानना है कि सामाजिक,आर्थिक और ग्राम नगरीकरण गतिविधियों को गति देने के लिये यातायात सुगम होना जरूरी है. जिसके लिये सरकार ने ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम को मंजूरी दी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar News Desk
Prabhat Khabar News Desk
यह प्रभात खबर का न्यूज डेस्क है। इसमें बिहार-झारखंड-ओडिशा-दिल्‍ली समेत प्रभात खबर के विशाल ग्राउंड नेटवर्क के रिपोर्ट्स के जरिए भेजी खबरों का प्रकाशन होता है।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel