संवाददाता, पटना राज्य में जमीन सर्वे के लिए स्वघोषणा की अंतिम तिथि 31 मार्च समाप्त होने के बाद अगले दिन एक अप्रैल को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का पोर्टल खुला रहा. इस पर रैयतों ने अपने जमीन की स्वघोषणा और वंशावली से संबंधित कागजातों को पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया. इस संबंध में पिछले दिनों राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने भी कहा था कि 31 मार्च के बाद भी कुछ दिनों तक जमीन संबंधी स्वघोषणा के लिए पोर्टल को खुला रखा जाएगा. इस पोर्टल के माध्यम से लोग ऑनलाइन या फिर विभाग की ओर से लगाए गए शिविर में ऑफलाइन कागजात जमा कर सकते हैं. बाद में उच्च स्तरीय समीक्षा के बाद स्वघोषणा की अंतिम तिथि को बढ़ाने या फिर पोर्टल बंद करने के संबंध में निर्णय लिया जायेगा. जानकारों की मानें तो अब भी स्वघोषणा के लिए बड़ी संख्या में रैयत बचे हुये हैं. कई रैयतों ने अपने पुश्तैनी जमीन का कागजात उपलब्ध नहीं होने की शिकायत की है. ये कागजात रैयतों को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. इस कारण जमीन सर्वे की स्वघोषणा करने में परेशानी हो रही है.
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