संवाददाता, पटना बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को चुनाव से पहले स्कूलों में मरम्मत का काम पूरा करने का निर्देश दिया है. इस निर्देश के बाद बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर स्कूलों में मरम्मत का काम शुरू हो गया है. जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से स्कूलों की सभी टूटी-फूटी चीजों की मरम्मत करने के लिए टीम गठित की गयी है. जिला शिक्षा कार्यालय में स्थित अभियंता कोषांग को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार जिले में प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर के कुल 35 सौ स्कूल हैं. सभी स्कूलों में चार से पांच की संख्या में मतदान केंद्र निर्धारित हैं. अभियंताओं को छह नवंबर से सभी स्कूलों में टूटी हुई सीढ़ी, छत व दीवारों की मरम्मत करने का निर्देश दिया गया है. यह भी कहा गया है कि सभी स्कूलों में पानी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए. जहां चापाकल और बोरिंग खराब वहां जल्द मरम्मत की जाये. पानी का नल, हाथ धोने के लिए बेसिन, पानी टंकी लगाने का भी निर्देश दिया गया है. स्कूलों में बिजली की वायरिंग ठीक करने, बल्ब, ट्यूब, पंखा लगाने का भी निर्देश दिया गया है. बुजुर्ग या दिव्यांग मतदाता आसानी से मतदान केंद्र तक पहुंच सकें, इसके लिए रैंप तैयार करने का निर्देश दिया गया है. एजेंसी करेगी पानी की व्यवस्था : स्कूलों में बने मतदान केंद्र पर पीने के लिए स्वच्छ जल की व्यवस्था की जा रही है. यह जिम्मेदारी एजेंसी को दी गयी है. आदेश में कहा गया है कि मतदान कर्मी या मतदान के लिए आने वाले लोगों के लिए सभी केंद्रों पर स्वच्छ पानी की व्यवस्था होनी चाहिए. जिला शिक्षा कार्यालय ने इन सब कार्य करने की जिम्मेदारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को दिया और साथ ही कहा कि सारी व्यवस्था पूरी होने के बाद उसका फोटो या वीडियो बनाकर जिला शिक्षा कार्यालय को उपलब्ध करायेंगे.
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