ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने टेंडर में गड़बड़ी से जुड़े मामले में बड़ी कार्रवाई की है. गुरुवार को बिहार में भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता उत्तर तारिणी दास के साथ ही पुल निर्माण निगम व बुडको के इंजीनियर और बिहार प्रशासनिक सेवा के कुछ अधिकारियों के आठ ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इसमें इडी को तीन करोड से अधिक कैश, कई अहम दस्तावेज, डिजिटल उपकरण के साथ ही जमीन मे निवेश के कागजात भी बरामद हुए है.
क्या है ईडी रेड से जुड़ा मामला?
जांच देर रात तक जारी थी. सुत्रों के अनुसार इडी को जानकारी मिली थी कि भवन निर्माण विभाग, बुडको व बीएमएसआइसीएल में टेंडर में बड़ी गड़बड़ी हो रही है. टेंडर मैनेज करने में वही सिंडिकेट काम कर रहा है, जो आइएएस अधिकारी संजीव हंस के मामले में सक्रिय था. इसके बाद इडी ने सबसे पहले मनी लॉन्डिंग का केस दर्ज किया.
तीन करोड़ कैश बरामदगी की चर्चा
मनी लॉन्डिंग का केस दर्ज करने के बाद इडी की टीम ने सुबह पटना के फुलवारीशरीफ में पूर्णेंदु नगर स्थति तारिणी दास के यहां छापेमारी की. सूत्रों के अनुसार वहां तीन करोड़ कैश मिला है. हालांकि इसकी पुष्टि नही हुई है.
रिटायरमेंट के बाद संविदा पर हुए नियुक्त
तारिणी दास 31 अक्टूबर 2024 को मुख्य अभियंता (उत्तर) के पद से रिटायर हो चुके थे. लेकिन रिटायरमेंट के अगले महीने उन्हें दो साल के लिए संविदा पर फिर से उसी पद पर नियुक्त कर लिया गया था. साथ ही भवन निर्माण निगम में मुख्य महाप्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार भी उन्हें सौंपा गया था. सूत्र बताते हैं कि यह मामला राज्य के कई बड़े अधिकारियों से जुड़ा हो सकता है और आगे कई अहम खुलासे इसमें हो सकते हैं.