संवाददाता, पटना
बिहार विधानसभा चुनाव से डिजिटल लोकतंत्र की नयी कहानी लिखी जायेगी. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार किया गया इसीआइनेट का पहला प्रयोग बिहार विधानसभा चुनाव में किया जायेगा. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने डिजिटल लोकतंत्र के लिए एक ऐसा विचार रखा है जिसने भारत में चुनावों की दिशा ही बदलने वाली है. उन्होंने घोषणा की है कि चुनाव को तकनीक से जोड़ना है. लेकिन इस बार, एकीकृत तरीके से. यही वह पहल है जिसे इसीआइनेट नामक एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म का जन्म होनेवाला है. इसीआइनेट प्लेटफार्म केवल तकनीक नहीं है, बल्कि हर नागरिक, हर मतदान अधिकारी और हर राजनीतिक दल को एक सूत्र में बांधने की भावना समाहित है. यह एक ऐसा ऐप है जो 40 से अधिक बिखरे हुए ऐप्स को एक जगह समेटकर भारत के लोकतंत्र को उंगलियों पर ला देगा. इसीआइनेट पर न केवल अपने बूथ की जानकारी मिलेगी बल्कि वोटर बूथ स्तर अधिकारी से संपर्क कर सकता है और उम्मीदवारों की जानकारी भी पा सकता है. साथ ही एक बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) अपने इलाके के आंकड़े बिना किसी जटिल लॉगिन के उसी ऐप में दर्ज कर सकता है.
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