संवाददाता, पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य सरकार के सभी पदाधिकारियों, भारतीय सेना और सशस्त्र सीमा बल के पदाधिकारियों को सीमावर्ती इलाकों में पूरी तरह से सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि सीमा पर स्थित सड़कों पर लगातार गश्ती करते रहें, आने-जाने वालों की पूरी जांच करें. साथ ही महत्वपूर्ण सड़कों, पुलों, रेलवे लाइन और धार्मिक स्थलों जैसे संवेदनशील स्थानों पर पूरी निगरानी रखें. राज्य सरकार के सभी पदाधिकारी, भारतीय सेना एवं सशस्त्र सीमा बल के पदाधिकारियों के साथ मिलकर काम करें. मुख्यमंत्री ने यह बातें शनिवार को ””ऑपरेशन सिंदूर”” की पृष्ठभूमि में राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों की कड़ी निगरानी के लिए पूर्णिया समाहरणालय के महानंदा सभागार में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान कहीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पांच जिलों के अलावा अन्य सीमावर्ती जिलों में भी इसी तरह से सतर्क रहने और मिलकर काम करने की आवश्यकता है. सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर पुलिस बल प्रतिनियुक्त करने का उन्होंने निर्देश दिया. साथ ही कहा कि एसएसबी के साथ मिलकर पूरे इंडो-नेपाल बॉर्डर रोड पर लगातार गश्ती होनी चाहिए. बॉर्डर पर आवाजाही पर कड़ी नजर रखें और संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर निगरानी रखें. सेना के साथ उचित समन्वय सुनिश्चित कर राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाये. बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया और सुपौल के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा संबंधी की गई तैयारियों की जानकारी दी. सतर्कता बरतने का निर्देश मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीर के पहलगाम की घटना के बाद हर प्रकार से सतर्कता बरतने की जरूरत है. आतंकवादी या असामाजिक तत्व किसी व्यक्ति को गुमराह कर या लालच देकर गड़बड़ी करा सकते हैं. महत्वपूर्ण पथों, पुलों, रेलवे लाइन, एयरपोर्ट, पेट्रोल-डीजल डिपो, गैस स्टेशन आदि पर कड़ी नजर रखी जाये. आइबी को अत्यंत संवेदनशीलता से सूचना और जानकारी के लिए लगाया जाये. मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देश और सुरक्षा संबंधी की गई तैयारियों के संबंध में पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, अररिया एवं सुपौल के जिलाधिकारियों ने बैठक में अपनी बातें रखीं. साथ ही भारतीय थल सेना, भारतीय वायुसेना, बीएसएफ, एसएसबी और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने सुरक्षा संबंधी अपनी-अपनी तैयारियों को साझा किया. ””नेपाल और बांग्लादेश से सटे होने कारण सतर्कता की जरूरत”” समीक्षा बैठक में पहलगाम घटना का जिक्र कर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सीधे रूप से पाकिस्तान की सीमा से लगा नहीं है, लेकिन नेपाल और बांग्लादेश से सटे होने के कारण यहां अत्यंत सर्तकता की आवश्यकता है. वर्तमान में भारत एवं पाकिस्तान के बीच सीमा पर चल रही तनावपूर्ण स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और भारतीय सेनाओं द्वारा प्रशंसनीय कार्रवाई की जा रही है. हम सब लोग पूरी तरह से केन्द्र सरकार के साथ हैं. सभी लोगों को मिलकर काम करना है और पूरी सावधानी रखनी है. ये रहे मौजूद बैठक में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, आईबी के अपर पुलिस महानिदेशक बलजीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार सहित आर्मी, एयरफोर्स, बीएसएफ, एसएसबी, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
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