मनोज कुमार, पटना
राज्य में चाइनीज लहसुन, नकली चावल और खाद्य पदार्थ की बिक्री करते पकड़े जाने पर आरोपी के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलेगा. नकली सामान बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नया कानून लाया जायेगा. इसमें उनके खिलाफ सजा और जुर्माना तय किया जायेगा. फास्ट ट्रैक कोर्ट और नये कानून को लेकर क्या-क्या संभावनाएं हो सकती हैं, इसका ड्राफ्ट तैयार करने का आदेश अधिकारियों को दिया गया है. उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्वास्थ्य, गृह, खाद्य आपूर्ति और कृषि विभाग को कई टास्क सौंपे गये हैं. नये कानून का मसौदा शीघ्र तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
गृह विभाग को बार्डर पर निगरानी व तस्करोंं की शिनाख्त का आदेश : गृह विभाग को अवैध खाद्य सामग्रियों की चेन का पता लगाने का निर्देश दिया गया है. इसमें शामिल तस्करों की शिनाख्त का जिम्मा सौंपा गया है. दूसरे देश और राज्य के बार्डर एरिया में निगरानी बढ़ाने की जवाबदेही दी गयी है. बार्डर एरिया में संदिग्ध गतिविधियों पर रोक लगाने का आदेश दिया गया है. अवैध व्यापार में संलिप्त अपराधियों की सजा सुनिश्चित कराने का काम भी गृह विभाग को सौंपा गया है.
चाइनीज लहसुन पर बिक्री पर रोक के लिए विशेष रणनीति : चाइनीज लहसुन पर बिक्री पर रोक लगाने के लिए अलग से रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया गया है. स्थानीय स्तर पर लहसुन की खेती को बढ़ावा देने का निर्देश कृषि विभाग को मिला है. किसानों को अधिक गुणवत्ता वाले लहसुन के बीज दिये जायेंगे. नकली लहसुन व खाद्य पदार्थों की पहचान के लिए जागरूकता अभियान चलाने का काम भी कृषि विभाग को दिया गया है.
चाइनीज लहसुन रगड़ने पर चिपचिपाहट नहीं होती : कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि चाइनीज व देसी लहसुन में बहुत बारीक अंतर है. देसी लहसुन की कलियों को रगड़ने पर हाथ पर हल्की चिपचिपाहट होगी. चाइनीज लहसुन में ऐसा नहीं होता है. इसमें चमकदार सफेद रंग देने के लिए क्लोरीन मिलाया जाता है. चाइनीज लहसुन में आर्सेनिक और जिंक भी मिला होता है. इससे कैंसर का खतरा बना रहता है.
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