अपर मुख्य सचिव अरविन्द कुमार चौधरी ने किया बिहार प्रोबेशन सेवा के वार्षिक प्रतिवेदन 2024 का अनावरण संवाददाता, पटना गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविन्द कुमार चौधरी और गृह सचिव-सह-कारा महानिरीक्षक प्रणव कुमार ने मंगलवार को बिहार प्रोबेशन सेवा के वार्षिक प्रतिवेदन 2024 का अनावरण किया. इस मौके पर दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रोबेशन सेवा की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि यह रिपोर्ट राज्य की अपराध न्याय प्रणाली में सुधारात्मक दृष्टिकोण को मजबूत करने वाली है. प्रतिवेदन के अनुसार, वर्ष 2024 में बिहार प्रोबेशन सेवा के 134 पदाधिकारियों ने पूर्वदंडादेश जांच, सामाजिक जांच, समयपूर्व रिहाई, अपराध पीड़ित जांच और पैरोल जांच जैसे विभिन्न कार्यों में कुल 29,746 जांचें पूरी कीं. यह आंकड़ा वर्ष 2023 की तुलना में 31.8 प्रतिशत अधिक है. गृह विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रोबेशन सेवा का मुख्य उद्देश्य अपराधियों के पुनर्वास, समाज में पुनः समायोजन और अपराध की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सुधारात्मक प्रयासों को बढ़ावा देना है. रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि प्रोबेशन पदाधिकारी राज्य के विभिन्न न्यायालयों और कारा संस्थानों से जुड़े मामलों में सामाजिक और कानूनी सहायता प्रदान करते हैं. अरविन्द कुमार चौधरी ने कहा कि प्रोबेशन सेवा समाज सुधार की एक मजबूत कड़ी है और इससे अपराधियों को सुधार का अवसर मिलता है. इस अवसर पर उन्होंने विभागीय अधिकारियों को बेहतर कार्य के लिए बधाई दी और आगामी वर्षों में प्रोबेशन प्रणाली को और अधिक प्रभावी और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में काम करने की आवश्यकता बतायी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

