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Bihar News: पटना. दरभंगा, सहरसा और कटिहार में मखाना कलस्टर निर्माण का जिम्मा आयडा (बुनियादी ढांचा विकास प्राधिकरण) को दिया गया है. यह निर्णय उद्योग विभाग की मुख्यमंत्री सूक्ष्म एवं लघु उद्योग कलस्टर विकास योजना के अंतर्गत राज्य स्तरीय समिति की हालिया बैठक में लिया गया है. समिति ने इन तीनों जिलों के उद्याेग केंद्र एवं जीविका से जरूरी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा है.
कटिहार को मिला सबसे अधिक पैसा
जानकारी के अनुसार दरभंगा मखाना कलस्टर के लिए निर्माण के लिए 1.98 करोड़ से अधिक, सहरसा के लिए करीब 2.34 करोड़ और कटिहार मखाना कलस्टर के निर्माण के लिए करीब 2.50 करोड़ रुपये की राशि अनुंमोदित की गयी है. खास बात ये है कि इन तीनों मखाना कलस्टर निर्माण के प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग एजेंसी के रूप में बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति(जीविका) को जिम्मेदारी दी गयी है. इस प्रोजेक्ट की कार्यान्वयन समिति आयाडा को बनाया गया है. अब इसके लिए स्पेशल परपज व्हीकल निबंधन और भूमि प्रबंध आदि का प्रबंध किरने के दिशा निर्देश दिये गये हैं.
बिहार में बननेवाले अन्य कलस्टर
लखीसराय में राइस मिल कलस्टर : इसको स्थापित करने के बारे में चर्चा हुई. हालांकि इस पर आगामी राज्य स्तरीय समिति की बैठक में रखने का निर्णय लिया गया. इसके अलावा समिति ने लखीसराय में राइस मिल कलस्टर स्थापना के बारे में चर्चा की गयी.
नालंदा के कन्हैयागंज में झूला कलस्टर : इस कलस्टर में अद्यतन प्रतिवेदन मांगा गया है. प्रथम फेज में मशीन कार्यरत है. ट्रांसफार्मर खरीदने की प्रक्रिया शुरू की गयी है.
सिलाव खाजा कलस्टर : कलस्टर का भवन निर्माण किया जा चुका है. सामान्य सुविधा केंद्र के भवन के रास्ते को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद होने के कारण मामला सिविल कोर्ट में लंबित है.
सीप बटन कलस्टर : पूर्वी चंपारण के बथना में स्थापित हो रहे इस कलस्टर में सामान्य सुविधा केंद्र स्थापित है,लेकिन वह अकार्यरत है. यही स्थिति पूर्वी चंपारण के ही मेन महेसी के सीप बटन कलस्टर की है.
ब्रास ब्रांज रामराय सिंघाड़ा कलस्टर: वैशाली में स्थापित किये जा रहे ब्रास ब्रांज का अद्यतन प्रतिवेदन अप्राप्त है. इसके अलावा ब्रास ब्रांज कसेरा टोला मंझौलिया कलस्टर के सदस्यों में आपस में काफी विवाद है. इसकी वजह से बैंक खाते में पैसा निकासी पर रोक लगा दी गयी है.

