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बिहार : अभी चालू नहीं होगा गांधी सेतु का नया लेन, मानसून ने डाला खलल

30 जून तक गांधी सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन को चालू करने का लक्ष्य रखा गया था जिसे पूरा करना संभव नहीं दिख रहा है. इसमें कम से कम एक महीना और लगेगा.

पटना : 30 जून तक गांधी सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन को चालू करने का लक्ष्य रखा गया था जिसे पूरा करना संभव नहीं दिख रहा है. इसमें कम से कम एक महीना और लगेगा. स्टील से निर्मित सुपरस्ट्रक्चर के 45 में से अब तक केवल 20 स्पैन की पिचिंग हुई है और 25 की पिचिंग बाकी है. ऐसे में जुलाई अंत से पहले इसे पूरा करना संभव नहीं होगा क्योंकि मॉनसून के कारण बीच बीच में बारिश भी होती रहेगी. एक दिन बारिश होने पर तीन दिन काम रुक जाता है. लेने चालू होने की घोषणा लगभग दो महीने पहले पथ निर्माण मंत्री नंद किशेर यादव ने की थी.

गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के सुपरस्ट्रक्चर को स्टील के 45 ट्रश पर खड़ा किया गया है और हर दो पिलर के बीच में एक ट्रश है. इनके पेंटिंग का काम भी अभी पूरा नहीं हुआ है और 23 ट्रश की पेंटिंग बाकी है. पेंटिंग का काम भी बारिश में नहीं हो सकता है और इसे पूरा करने के लिए कम से कम 12-15 दिन मौसम का ठीक रहना जरूरी है.

गांधी सेतु के समानांतर पुल का टेंडर हुआ रद्द

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने पटना में गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले नये पुल का टेंडर रद्द कर दिया है. शनिवार को दोबारा जारी टेंडर में एजेंसियों से 29 जुलाई तक प्रस्ताव मांगे गये हैं. 31 जुलाई को इस पर अंतिम फैसला होगा. महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले चार लेन के नये पुल के लिए सात एजेंसियों ने टेंडर डाला था. 2411.50 करोड़ रुपये की लागत से बननेवाले इस पुल के लिए टेंडर डालने का छह जनवरी, 2020 को अंतिम दिन था. सात कंपनियों ने इसके लिए रुचि दिखायी थी. इनमें से ही निर्माण करने वाली एजेंसियों का चयन किया जाना था. .

इनके कागजातों की जांच सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय कर रहा था. मंत्रालय ने शुक्रवार को कागजातों में कई तरह की त्रुटियां पाये जाने पर टेंडर को रद्द कर दिया. सूत्रों के मुताबिक नये टेंडर प्रस्ताव को 31 जुलाई को खोला जायेगा और सभी कार्यों की जांच के आधार पर निर्माण एजेंसी का चयन किया जायेगा. साढ़े तीन साल में निर्माण का लक्ष्य पूरा करने वाले 5.634 किलोमीटर लंबे इस पुल की शुरुआत पटना के जीरो माइल से होगी, जो हाजीपुर के रामाशीष चौक को जोड़ेगी. एप्रोच रोड के साथ इस प्रस्तावित पुल की लंबाई 14.5 किलोमीटर है. आधुनिक तकनीक से बनने वाले इस पुल में एक्स्ट्रा डोज केबल होगा, जिसका स्पैन 242 मीटर होगा.

इन कंपनियों ने डाला था टेंडर : दिलीप बिल्डकॉन एंड शांसी रोड ब्रिज ग्रुप कंपनी लिमिटेड, एस पी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्रा.लि., चाइना हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड, लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड, एफकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, गैमन इंजीनियर्स एंड कांट्रैक्टर्स प्रा.लि. और एबीएल जीजीएचबी ज्वाइंट वेंचर्स

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