जमीन के कागजात में सुधार के लिए बेवजह आवेदन वापस करने पर होगी कार्रवाई
संवाददाता, पटना
जमीन की कागजात में सुधार के लिए आवेदकों से मिले बिना उनके आवेदनों को अधिकारी वापस नहीं करेंगे. इसका मकसद तय समय में जमीन संबंधी कागजातों के गलत तथ्यों को सुधार कर उसे ठीक करना और जमीन विवाद दूर करना है. साथ ही पीड़ित लोगों को न्याय दिलाकर राहत प्रदान करना है. बेवजह आवेदन वापस होने का मामला संज्ञान में आने पर उससे संबंधित पदाधिकारी या कर्मी से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने संबंधित अधिकारियों को दिया है. संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं होने पर संबंधित पदाधिकारी या कर्मी पर विभागीय कार्रवाई होगी. दरअसल राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने यह व्यवस्था की है कि जमीन के कागजातों में तथ्यों या आंकड़ों के गलत होने पर इसका सुधार परिमार्जन प्लस पोर्टल के माध्यम से किया जायेगा. इस पोर्टल पर आवेदन किया जाता है, लेकिन अनेक मामले ऐसे आये हैं जिसमें समस्या का समाधान किये बिना ही आवेदक को आवेदन वापस कर दिया गया है.
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