इसके लिए शिक्षा विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है. विभाग ही शताब्दी समारोह का साल भर का कैलेंडर तैयार करेगा और 17 अप्रैल को मुख्य समारोह का आयोजन किया जायेगा.
समारोह से पहले महात्मा गांधी की ओर से स्थापित स्कूलों के मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जायेगा और योग्य शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जायेगी. साथ ही बिहार विद्यापीठ में बने चबूतरे पर टावर स्थापित किया जायेगा और प्रदेश के पर्यटन स्थलों में इसे शामिल किया जायेगा. भितिहरवा के बगीचे के पास खाली पड़ी जमीन पर गांधी जी सम्मान में एक टावर का निर्माण और रोजगार के लिए ट्रेनिंग की व्यवस्था की जायेगी. गांधी जी पर बनी फिल्मों का फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जायेगा. साथ ही महात्मा गांधी के विचारों पर आधारित लेजर शो का आयोजन किया जायेगा. गांधी जी से संबंधित कठपुतली नाटक का भी आयोजन किया जायेगा.

