पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जॉर्ज यो के त्यागपत्र देने एवं इससे संबंधित घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त करते हुए आज कहा कि पूरे प्रकरण से विश्वविद्यालय किस दिशा में जा रहा है, इसको लेकर संशय का माहौल बन गया है.
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार नीतीश ने नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जॉर्ज यो के त्याग पत्र देने एवं इससे संबंधित घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त करते हुए आज कहा कि पूरे प्रकरण से विश्वविद्यालय किस दिशा में जा रहा है, इसको लेकर संशय का माहौल बन गया है. उन्होंने कहा कि यदि इस विश्वविद्यालय के गठन के समय से जुड़े सभी व्यक्ति इसे छोड़ देंगे तो आइडिया ऑफ नालंदा की मूल भावना प्रभावित होगी.
मुख्यमंत्री ने नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के रूप में अमर्त्य सेन एवं जॉर्ज यो के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय का गठन बिहार सरकार की पहल पर किया गया था और इस विश्वविद्यालय का ऐतिहासिक एवं अतंरराष्ट्रीय महत्व है.
उन्होंने कहा नालंदा विश्वविद्यालय की बुनियादी बातें, इसकी विशिष्ट प्रकृति एवं मूल भावना को अक्षुण्ण रखते हुए केंद्र सरकार को सकारात्मक कदम उठाना चाहिये, जिससे नालंदा कि गरिमामय इतिहास को दृष्टिगत रखते हुये विश्वविद्यालय का और विकास हो सके. राज्य सरकार इसके सर्वागीण विकास के लिये पूर्ण रूप से प्रयासरत है. नीतीश ने आशा व्यक्त की है कि केंद्र सरकार इन तथ्यों को ध्यान रखते हुए आवश्यक कार्रवाई करेगी.