पटना : पूर्व सांसद साधु यादव पर 50 लाख की रंगदारी मांगे जाने का आरोप लगाया गया है. कोतवाली पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर लिया है. यह आरोप पाटलिपुत्रा बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड के एमडी अनिल सिंह ने लगाया है. बिल्डर्स का कहना है कि बुधवार की शाम 3.45 बजे उनके मोबाइल पर फोन आया था.
फोन पर पैसे की मांग की गयी है और गाली-गलौझ के साथ जान से मार देने की धमकी दी गयी है. पुलिस मामले का अनुसंधान कर रही है. देर रात दूसरा पक्ष भी कोतवाली पहुंचा था और क्रॉस एफआइआर दर्ज करने की मांग कररहा था.
मेरे जरिये सरकार को बदनाम करने की साजिश : साधु यादव
इस मामले परसाधुयादव नेकहा कि मेरा रिश्ता किस परिवार से है यह सभी को मालूम है. मेरे जरिये सरकार को बदनाम करने की साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि कारोबारी प्रेमचंद्र ने उनसे मदद मांगी थी. मैंने फ्लैट की डील सुलझा लेने के लिए फोन किया था. साधु यादव ने कहा कि मुझपर लगायेजा रहे आरोप निराधार है. मैंने कभी किसी से रंगदारी नहीं मांगी. उन्होंने कहा कि बिल्डर अनिल मेरे पुराने परिचित है.
दोषी परहोगी कार्रवाई : नीरज
इस प्रकरण पर जदयू प्रवक्ता नीरजनेकहा कि साधु यादव का महागंठबंधन से कोई सरोकार नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि साधु यादव पूर्व सीएमजीतनराम मांझी के करीबी हैं.
यह है पूरा मामला
सूत्रों का कहना है कि अनिल सिंह ने गोपालगंज के एक रिटायर्ड अधिकारी से फ्लैट के नाम पर पैसा लिया है. लेकिन न तो उसे फ्लैट ही दिया जा रहा है और न ही पैसा ही लौटाया जा रहा है. जबकि रिटायर्ड अधिकारी साधु यादव का करीबी बताया जा रहा है.
इसके लिए साधु यादव पहले भी अनिल सिंह को फोन कर चुके हैं. इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि अनिल सिंह ने अपने रियल स्टेट के कारोबार में साधु यादव का पैसा लगाया है. लेकिन अब इस पैसे को लेकर विवाद फंस गया है. कई बार साधू इस पैसे को निकलाने का प्रयास भी कर चुके है. वहीं इस मामले में एसएसपी मनु महाराज का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है छानबीन की जा रही है. वहीं, दूसरे पक्ष ने भी कोतवाली में आवेदन दे दिया है.