पटना : भाजपा ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद की हालिया बिहार विधानसभा चुनाव में धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन के पक्ष में मतदान करने वालों को स्वच्छ जल और भाजपा को वोट देने वालों को चापाकल और कुआं का पानी पीने संबंधी टिप्पणी को संज्ञान में लेने का आग्रह किया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि यह मतदाताओं को धमकी और हरलाखी विधानसभा क्षेत्र उपचुनाव के मद्देनजर आचार संहिता उल्लंघन का मामला है. जहां आगामी 13 फरवरी को मतदान होना है. उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को लालू प्रसाद की इस टिप्पणी पर संज्ञान लेते हुए उनके द्वारा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने के मद्देनजर कार्रवाई करनी चाहिए.
सभी घरों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय में शामिल है. राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कल हरलाखी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद शब्बीर के पक्ष में रैली को संबोधित करने के पूर्व दरभंगा में टिप्पणी की थी कि हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में धर्मनिरपेक्ष महागंठबंधन के पक्ष में मतदान किया है उनको स्वच्छ जल उपलब्ध होगा और जिन्होंने भाजपा को वोट दिया है उन्हें चापाकल और कुआं का पानी पीना पड़ेगा.
हरलाखी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव भाजपा नीत राजग के घटक दल राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक का शपथ लेने के पूर्व निधन होने के कारण कराया जा रहा है और उक्त सीट से मो0 शब्बीर जदयू-राजद-कांग्रेस महागठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री और बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील ने अपने आवास पर आयोजित जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि गत सप्ताह वैशाली के राघोपुर में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी इलाके लोगों ने उनके महागठबंधन के पक्ष में वोट नहीं दिया. मगर इसके बावजूद उनकी सरकार शहर और नगरों के विकास के लिए काम कर रही है.
उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब विकास के नाम पर वोट मांगने वाले धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन द्वारा जुबानी धमकियां दिये जाने के उदाहरण हैं और इसका मतलब है कि करीब 1.30 करोड़ मतदाता जिन्होंने भाजपा और राजग के पक्ष में मतदान किया उनके विकास के बारे में नीतीश कुमार नीत राज्य सरकार नहीं विचार करेगी.