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दर्दनाक : राजेंद्र नगर में ट्रेन से कट कर 5 की मौत

पटना : राजेंद्र नगर टर्मिनल के प्लेटफाॅर्म नंबर चार के दिल्ली इंड पर बुधवार की रात करीब नौ बजे पटना-इस्लामपुर पैसेंजर ट्रेन से कट कर पांच लोगों की मौत हो गयी. मृतकों में एक ही परिवार की तीन महिलाएं शामिल हैं. इसके अलावा दो पुरुष हैं, जिनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है. हादसे के बाद […]

पटना : राजेंद्र नगर टर्मिनल के प्लेटफाॅर्म नंबर चार के दिल्ली इंड पर बुधवार की रात करीब नौ बजे पटना-इस्लामपुर पैसेंजर ट्रेन से कट कर पांच लोगों की मौत हो गयी. मृतकों में एक ही परिवार की तीन महिलाएं शामिल हैं. इसके अलावा दो पुरुष हैं, जिनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है. हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने जम कर हंगामा किया और जनशताब्दी एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों को करीब आधे घंटे तक राेके रखा. लोग दिल्ली इंड पर फुटओवर ब्रिज बनाये जाने की मांग कर रहे थे. रात के 11 बजे तक वहां लोगों की भीड़ जमा थी और एसपी रेल पीएन मिश्र मोरचा संभाले हुए थे.
दरअसल, पटना के दरियापुर गोबर टोली के रहनेवाले बबलू उर्फ कल्लू अपनी पत्नी अंजू देवी (28 वर्ष), मां मनिमा देवी (50 वर्ष) और बहन नीलम (17 वर्ष) के साथ अपने मामा के घर पटना सिटी के नीम की भट्ठी गया हुआ था. वहां पर गृह प्रवेश का कार्यक्रम था. रात में बबलू पूरे परिवार के साथ ऑटो से राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंचा. वहां ऑटों से उतरने के बाद सभी रेलवे कॉलोनी के सामने से ट्रैक क्राॅस करने लगे, तभी पटना-इस्लामपुर पैसेंजर ट्रेन आ गयी. इस दौरान ट्रैक पर मौजूद तीनों महिलाएं कट गयीं और उनकी तत्काल मौत हो गयी.
वहीं बबलू अभी दूसरे ट्रैक पर था और उसकी गोद में उसका दो साल का बेटा रोहन था, जो इस हादसे से बच गये. इसके अलावा दो अन्य पुरुष भी कट गये, जिनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है. एक बिजली विभाग का माना जा रहा है, क्योंकि उसके टी-शर्ट बिजली विभाग लिखा हुआ था़ फिलहाल पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. हादसे के बाद स्थानीय लोग ट्रैक पर उतर गये और पुलिस व रेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. लोगों की मांग थी कि टर्मिनल के दिल्ली इंड पर फुटआेवर ब्रिज बनाया जाये. हंगामे की सूचना पाकर रेल एसपी मौके पर पहुंचे. आरपीएफ व जीआरपी की भारी फोर्स बुला ली गयी.
बावजूद लोग रात के11 बजे तक वहां हंगामा करते रहे. ट्रैक बाधित होने से कई ट्रेनें रुकी रहीं. रांची से आयी जन शताब्दी एक्सप्रेस को 10:38 बजे प्लेटफाॅर्म नंबर पांच पर रोक दिया गया. लोग ट्रेन के इंजन पर चढ़ गये. बाद में पुलिस बल ने सबको लाठी पटक कर भगा दिया. रात के 11 बजे ट्रैक से भीड़ हटी और फिर जन शताब्दी पटना जंकशन के लिए रवाना हुई.
पप्पू यादव ने 10 लाख की सहायता राशि देने की मांग की
पप्पू यादव ने इस घटना के बाद रेल प्रशासन को दोषी माना है. घटनास्थल पर पहुंचे पप्पू यादव ने कहा कि पहले से ही रेल हादसे यहां होते रहे हैं, इसलिए यहां अब तक फुटओवर ब्रिज बना दिया जाना चाहिए था. इस संबंध में वह रेल मंत्री से मिलकर वार्ता करेंगे. उन्हाेंने रेल प्रशासन की तरफ से मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये देने की मांग की है.
रेल एसपी पीएन मिश्रा ने बताया कि रेलवे ट्रैक क्रॉस करते वक्त हादसा हुआ है. जिन लोगों की मृत्यु हुई है, वे रेलयात्री नहीं थे. यहां पर फुटओवर ब्रिज प्रस्तावित है. लेकिन, अब तक नहीं बन सका है.
पीएमसीएच में गमगीन दिखा माहौल
राजेंद्रनगर में पांच लोगों में से तीन एक ही घर की महिलायें ट्रेन की चपेट में क्या आई बबलू का तो पूरा परिवार ही उजर गया. पिता पहले ही जा चुके थे और मां के साथ उसकी पत्नी और बहन सभी काल के गाल में समा गये. पीएमसीएच में रात को जैसे डी डेड बॉडी पहुंची दरियापुर मोहल्ले के उसके पड़ोसी और दोस्तों का जमावड़ा लग गया. सबकी आंखे गमगीन थीं. किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था. सभी यही कह रहे थे कि अब बबलू के घर में कोई भी नहीं बचा उसका पूरा आसियाना ही उजर गया.

पीएमसीएच में बबलू के करीबी दोस्त सूरज सभी को सांत्वना दे रहे थे. बबलू के जीजा जी भी बदहवास इधर से उधर घूम रहे थे. परिजनों का हाल जानने वहां कई नेता भी पहुंच रहे थे. पप्पू यादव भी पीएमसीएच पहुंचे और मामले की जानकारी ली. वे परिजनों और मोहल्ले वालों से मिले. सूरज ने बताया कि बबलू भी उस समय साथ ही था जब यह घटना घटी. उसे किसी तरह से समझा बुझाकर घर ले जाया गया जबकि सभी तीन लाशें पीएमसीएच में मौजूद हैं. सभी पटना सिटी से पूजा करके लौट रहे थे. उन्हें क्या पता था कि मौत उनका इंतजार कर रही है.

आंखों के सामने ही मां, पत्नी और बहन को ट्रेन से कटते देखने के बाद बबलू अपना होश खो बैठा है. वहीं उसके भाई को भी अभी कुछ भी नहीं बताया गया है. दोनों को यही कहा गया है कि सबका इलाज पीएमसीएच में चल रहा है. घर में और भी पड़ोसी और दोस्त मौजूद हैं जो उनकी देखभाल कर रहे हैं. उनके साथ एक छोटा बच्च भी है. सूरज ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद मुहल्ले में भी मायूसी छायी है. आप परोस में सभी उदास हैं. कोई सोच भी नहीं सकता था कि इतनी बड़ी घटना घट जायेगी. घर के आस पास भी माहौल काफी गमगीन है और वहां सन्नाटा जैसा छाया है. सदमें की वजह से कोई भी बबलू को कुछ नहीं बता रहा है. आस पड़ोस वाले भी यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि नियती बबलू के साथ ऐसे खेल खेलेगी.

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