पटना : भाजपा ने साफ कर दिया है कि विधानसभा चुनाव में नीतीश से किसी कीमत पर समझौता नहीं होगा, वहीं मांझी के साथ कुछ शर्तो पर समझौता हो सकता है. विधानसभा व विधान परिषद चुनाव को लेकर शनिवार को हुई भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया. बैठक में स्पष्ट कर दिया गया कि भाजपा के सारे विकल्प खुले हैं, किंतु मांझी को स्पष्ट करना होगा कि वे चाहते क्या हैं. विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव के आवास पर हुई बैठक में यह तय हुआ. बैठक के बाद नंदकिशोर यादव ने कहा कि किसी भी सूरत में जदयू के साथ चुनावी समझौता नहीं होगा.
करीब दो घंटे तक चली बैठक में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के मिले टास्क पर गंभीरता से अमल करने का निर्णय लिया गया. भाजपा के सांसद-विधायक और विधान पार्षदों को गांव-पंचायतों में कैंप करना होगा. बैठक में अधिक-से-अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी का संपर्क अभियान चलाने और लोगों के बीच जाने के टास्क दिये गये. बैठक में विधानसभा चुनाव को लेकर आगामी कार्यक्रम भी तय किये गये. भाजपा 25 मई से 30 जून तक सभी विधानसभा क्षेत्रों में आम सभाएं करेगी. यही नहीं, 25 मई से 30 अगस्त तक सभी विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा महासंपर्क अभियान भी चलायेगी. अभियान के दौरान पार्टी कार्यकर्ता लोगों को साढ़े सात साल बनाम दो वर्ष का सच बतायेंगे. 26 मई को नरेंद्र मोदी सरकार की पहली वर्षगांठ पर बिहार भाजपा कई कार्यक्रम करेगी. जिला मुख्यालयों में पार्टी कार्यकर्ताओं की नमो सरकार की पहली वर्षगांठ पर बैठकें होंगी. बैठकों में कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हों़गे. कलराज मिश्र और मुख्तार अब्बास नकवी उस दिन बिहार में रहेंगे. शेष मंत्रियों का कार्यक्रम एक-दो दिनों में तय होगा.
बैठक में बिहार भाजपा के राष्ट्रीय प्रभारी भूपेंद्र यादव, पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सौदान सिंह, भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री नागेंद्र जी, पार्टी विधानमंडल दल के नेता सुशील मोदी, प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय, केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद, राजीव प्रताप रूडी, सांसद अश्विनी चौबे, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह, पूर्व मंत्री चंद्र मोहन राय, सुधीर शर्मा और विधायक रेणु देवी सहित कई नेताओं ने विधान परिषद और विधानसभा चुनाव की तैयारियों को ले कर मंथन किया.

