पटना : बिहार विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य प्रेम चंद्र मिश्र ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को एक पत्र लिखकर गंगा नदी पर बने महात्मा गांधी सेतु के नवीनीकरण में "बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार" का आरोप लगाया है. मिश्र के छह पन्नों के पत्र में कहा गया है कि "गलत ठेकेदार का चयन" किये जाने, "ब्लैक लिस्टेड" इंजीनियरिंग फर्म को पर्यवेक्षण का कार्य सौंपे जाने तथा डिजाइनिंग के लिए "गलत एजेंसी के चयन" के कारण महात्मा गांधी सेतु के नवीनीकरण का काम गंभीर खामियों से ग्रस्त है.
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया “सबसे महत्वपूर्ण बात, निगरानी और पर्यवेक्षण के दल के नेता और स्थानीय अभियंताओं ने इसके खिलाफ आवाज उठायी तो उन्हें कार्य से हटा दिया गया और यह शर्मनाक है एवं कार्रवाई तथा जांच के योग्य है.” मिश्र ने अपने पत्र में उक्त पुल के नवीनीकरण कार्य की खामियों की चर्चा करते हुए कहा कि यह पुल उत्तर बिहार की जीवन रेखा रहा है और अब भी है. इस संबंध में मेरा अनुरोध है कि बिहार के लोगों की बेहतरी के लिए उपाय किये जाएं. लगभग छह किलोमीटर लंबे महात्मा गांधी सेतु प्रदेश की राजधानी पटना को हाजीपुर से जोड़ता है और यह देश का तीसरा सबसे बड़ा नदी का पुल है.