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पटना : आज से परिवहन निगम की 15 साल पुरानी बसें नहीं चलेंगी, पीपीपी मोड पर चलने वाली बसों की भी होगी जांच
पटना : बढ़ते प्रदूषण को लेकर परिवहन निगम ने राजधानी पटना में 15 साल पुरानी बसों को नहीं चलाने का निर्णय लिया है. शनिवार से 10 बसें पटना में नहीं चलेंगी. ये बसें पटना से नवादा, दरभंगा सहित अन्य रूटों पर चल रही हैं. 15 साल पुराने व्यावसायिक वाहनों के पटना शहरी क्षेत्र में परिचालन […]
पटना : बढ़ते प्रदूषण को लेकर परिवहन निगम ने राजधानी पटना में 15 साल पुरानी बसों को नहीं चलाने का निर्णय लिया है. शनिवार से 10 बसें पटना में नहीं चलेंगी. ये बसें पटना से नवादा, दरभंगा सहित अन्य रूटों पर चल रही हैं.
15 साल पुराने व्यावसायिक वाहनों के पटना शहरी क्षेत्र में परिचालन पर प्रतिबंध लगने के बाद परिवहन निगम ने अपनी पुरानी बसों की सेवा पर रोक लगा दी है. जानकारों के अनुसार बांकीपुर प्रतिष्ठान से निगम की अपनी बसों का परिचालन विभिन्न रूटों पर हो रहा है. सारी बसें लगभग 15 साल पुरानी हैं.
इसलिए परिचालन बंद करने का निर्णय लिया गया है. साथ ही निगम में पीपीपी मोड पर विभिन्न रूटों पर चलनेवाली बसों के प्रदूषण की जांच होगी. अधिक धुआं देनेवाली बसों को दुरुस्त करा कर चलाने के संबंध में कहा जायेगा. अन्यथा प्रदूषण जांच के दौरान पकड़ाने पर जुर्माना वसूल होगा. निगम के नियंत्रण में बसों के चलने के कारण उसका परिचालन बेखौफ हो रहा है. बिना प्रदूषण व फिटनेस सर्टिफिकेट के बसें चल रही हैं. पीपीपी मोड पर चलनेवाली कई बसें जहर उगल रही हैं. जांच नहीं होने के कारण ऐसी बसों का परिचालन जारी है. निगम के सूत्र ने बताया कि पीपीपी मोड पर चलनेवाली अधिकांश बसें लगभग सात से आठ साल पुरानी हैं.
कम दूरी की जगहों पर पुरानी बसों का परिचालन हो रहा है. इसकी नियमित रूप से जांच भी नहीं होती है. अधिकांश बसें अधिक धुआं दे रही हैं. निगम के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि पीपीपी मोड पर चलनेवाली बसों के कागजातों की जांच होगी. इनमें प्रदूषण, फिटनेस, टैक्स, ड्राइवर के लाइसेंस आदि की भी जांच होगी.
सड़क पर धुआं फेंकती दिखाई दे गाड़ी, तो भेजें तस्वीर
पटना : सड़क पर प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर नजर पड़े तो उस पर कार्रवाई के लिए आमलोग भी संबंधित वाहनों की फोटो या वीडियो बनाकर डीटीओ और एमवीआइ को सूचना भेज सकेंगे. संबंधित गाड़ियों की तसवीर व्हाट्सएप पर डीटीओ को भेजने को कहा गया है. ऐसे गाड़ियों पर 36 घंटे के भीतर कार्रवाई होगी.
परिवहन विभाग की ओर से जर्जर, प्रदूषण फैलाने वाला और अनफिट बसों व अन्य वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने के लिए सभी स्कूल प्रबंधन को नोटिस भेजा जा रहा है, ताकि वह गाड़ियों का फिटनेस और प्रदूषण करा लें. अब तक चले अभियान में कुल 1075 वाहनों की जांच में 197 वाहनों पर जुर्माना और 151 को जब्त किया गया है. परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि चौथे दिन वाहन प्रदूषण जांच अभियान में कुल 240 वाहनों की जांच की गयी, जिसमें 40 वाहनों पर जुर्माना और प्रदूषण फैलाने वाले 53 वाहनों को जब्त किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाले स्कूल बसों पर कार्रवाई शुरू की दी गयी है. शुक्रवार को डीएवी स्कूल की गाड़ी को भी प्रदूषण जांच के दौरान पकड़ा गया है.
इन नंबरों पर भेजें तस्वीर : 6202751158, 9955332202
जब्त गाड़ियों का होगा परमिट रद्द
परिवहन सचिव संजय
कुमार अग्रवाल ने कहा कि जब्त गाड़ियों का परमिट रद्द होगा. उन सभी जब्त गाड़ियों को दोबारा से परमिट उसी वक्त दिया जायेगा, जब वह सड़क पर चलने लायक होगी. उन्हाेंने कहा कि प्रदूषण बढ़ाने में जर्जर और 15 साल पुरानी गाड़ियां एक मुख्य कारण है. लोगों से अपील है कि अपने वाहनों की नियमित रूप से सर्विसिंग कराएं और प्रतिबंधित वाहनों को नहीं चलाये. स्कूल की गाड़ियों की नियमित जांच होगी.
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