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पटना : बढ़ता जा रहा डेंगू मरीजों का आंकड़ा, डेंगू वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़कर 41 हुई
पटना : पीएमसीएच के डेंगू वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़कर 41 हो गयी है. इस वार्ड में कुल 13 मरीज रविवार को भर्ती हुए हैं. इसमें से सात पटना और बाकी छह अन्य जिलों से शामिल हुए हैं. इसमें सुनीता देवी पीएमसीएच में आने के बाद भर्ती हुईं, वहीं इंदिरा नगर से दुर्गा शाह, […]
पटना : पीएमसीएच के डेंगू वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़कर 41 हो गयी है. इस वार्ड में कुल 13 मरीज रविवार को भर्ती हुए हैं. इसमें से सात पटना और बाकी छह अन्य जिलों से शामिल हुए हैं. इसमें सुनीता देवी पीएमसीएच में आने के बाद भर्ती हुईं, वहीं इंदिरा नगर से दुर्गा शाह, मंदिरी से ममता कुमारी, सिपारा से मनोज कुमार, गर्दनीबाग से कांति देवी, महेंद्रू से रविशंकर और आरएमएस कॉलोनी की सूरज कुमार शामिल हैं.
पटना से बाहर के मरीजों में योगेश कुमार जहानाबाद से, संदीप कुमार गया से, नंदन कुमार अरवल से और औरंगाबाद से प्रमोद, सुबोध और रविकांत राय डेंगू वार्ड में भर्ती हुए हैं. रविवार होने के कारण वायरोलॉजी डिपार्टमेंट बंद था, इस वजह से सोमवार को मरीजों की पूरी रिपोर्ट मिलेगी.
इसके पहले शनिवार को 114 नये मरीज डेंगू पॉजीटिव पाये गये थे. इसमें पटना के अलावा मुजफ्फरपुर, रोहतास, भोजपुर, जहानाबाद, बक्सर और आरा का एक -एक मरीज शामिल थे. पीएमसीएच के वायरोलॉजी डिपार्टमेंट में तैयार हो रही अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक कुल 1195 मरीजों में डेंगू पॉजिटिव पाया गया है जबकि चिकुनगुनिया के 28 मरीज और दिमागी बुखार यानी जेई के 47 रोगी भी इस सीजन में अबतक मिल चुके हैं.
एनएमसीएच में 17 मरीज भर्ती, बढ़ाये गये बेड
पटना सिटी : डेंगू के डंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिसिन विभाग में डेंगू के 17 मरीज भर्ती हैं. मरीजों की बढ़ती तादाद को देख बेड की संख्या भी अस्पताल प्रशासन ने बढ़ा दिया है.
विभाग में डेंगू की चपेट में आये दस पुरुष व पांच महिलाओं का उपचार किया जा रहा है. विभागाध्यक्ष डॉ उमा शंकर प्रसाद ने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए दस बेड को बढ़ा कर बीस बेड कर दिया गया है. विभाग के डी वार्ड में दस बेड पुरुष के लिए व ई वार्ड में महिलाओं के लिए दस बेड आरक्षित किया गया है. आवश्यकता पड़ने पर और बेड आरक्षित किया जायेगा. भर्ती मरीजों को मच्छरदानी में रख कर दवा व जांच की सुविधा मुहैया करायी जा रही है.
खासतौर पर प्लेटलेट के जांच की व्यवस्था की गयी है. विभागाध्यक्ष ने अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण से विभाग में जलजमाव की वजह से खराब हुए मैट्रेस को बदलने व उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि मरीजों को परेशानी नहीं हो. हालांकि कुछ मैट्रेस उपलब्ध कराया गया है.
प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती हो रहे दर्जनों मरीज
प्राइवेट अस्पतालों में भी डेंगू के मरीज भर्ती हो रहे हैं. बेली रोड पर स्थित पारस अस्पताल में 12 दिनों में 150 मरीज डेंगू के आये हैं वहीं रूबन अस्पताल में डेंगू मरीजों की संख्या 51 थी. यहां की अोपीडी में औसतन 10-12 मरीज आ रहे हैं. सहयोग अस्पताल में भी 19 रोगी डेंगू के भर्ती हैं.
पारस के निदेशक तलत हलीम ने बताया कि अभी डेंगू मरीजों की संख्या अधिक है, रोज दर्जनों मरीज डेंगू के भर्ती हो रहे हैं. वहीं रूबन अस्पताल के निदेशक डॉ सत्यजीत सिंह ने बताया कि डेंगू में जागरूकता के कारण बीमारी काफी आसानी से ठीक हो जाती है. सहयोग अस्पताल के प्रबंधक एसएन दुबे ने कहा कि रोज पांच से छह डेंगू मरीजों का एडमिशन हो रहा है.
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