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सरकारी इंतजाम पर अफसर भारी, राशन के लिए क्या करे जनता बेचारी

राशन कार्ड के लिए लोग कार्यालय का चक्कर लगाते हैं, लेकिन राशन कार्ड कब मिलेगा, इसकी जानकारी नहीं मिल पाती है. इसका नाजायज फायदा दलाल उठाते हैं. अधिकारियों से सांठगांठ कर राशन कार्ड बनवा कर मालामाल हो रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार नये राशन कार्ड बनाने के लिए पिछले साल पूरे राज्य में लगभग […]

राशन कार्ड के लिए लोग कार्यालय का चक्कर लगाते हैं, लेकिन राशन कार्ड कब मिलेगा, इसकी जानकारी नहीं मिल पाती है. इसका नाजायज फायदा दलाल उठाते हैं. अधिकारियों से सांठगांठ कर राशन कार्ड बनवा कर मालामाल हो रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार नये राशन कार्ड बनाने के लिए पिछले साल पूरे राज्य में लगभग 25 लाख आवेदन जमा हुए. इनमें मात्र साढ़े छह लाख लोगों को नया राशन कार्ड निर्गत हुआ.
नया राशन कार्ड निर्गत करने की जिम्मेदारी अनुमंडल पदाधिकारियों की है. राजधानी पटना में जब राशन कार्ड बनाने की गति सुस्त है, तो अन्य जिलों के बारे में केवल अनुमान लगाया जा सकता है. विभिन्न कार्यालयों की तहकीकात के दौरान कार्यालय में परेशान लोगों ने बातचीत में बताया कि नये राशन कार्ड के लिए बार-बार चक्कर लगाने के बाद भी नहीं बताया जा रहा है कि राशन कार्ड कब मिलेगा.
क्या है प्रावधान
लोक सेवा अधिकार कानून (आरटीपीएस) के माध्यम से नया राशन कार्ड बनाने, राशन कार्ड में संशोधन, नाम जोड़ने, नाम हटाने, रद्द करने के लिए सभी कागजातों के साथ आवेदन पत्र आरटीपीएस काउंटर पर जमा करने का प्रावधान है.
हस्तलिखित, टाइप किये गये, फोटो कॉपी या एनआइसी की वेबसाइट से डाउनलोड किये गये आवेदन पत्र स्वीकार होते हैं. राशन कार्ड का आवेदन एसडीओ के कार्यालय स्थित आरटीपीएस में जमा होता है. आरटीपीएस के तहत राशन कार्ड के लिए प्राप्त आवेदन को एक सप्ताह के अंदर संबंधित क्षेत्र के प्रखंड विकास पदाधिकारी को भेज कर आवेदनों की जांच करायी जाती है. 15 दिनों के अंदर एसडीओ को वापस कर देना है. एसडीओ द्वारा आवेदन स्वीकृत होने पर नया राशन कार्ड निर्गत होता है. आरटीपीएस के तहत 30 दिनों में नया राशन कार्ड मिल जाना है.
वर्तमान स्थिति
राज्य में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत साढ़े आठ करोड़ लाभुकों को जन वितरण प्रणाली दुकान से सस्ते दर पर अनाज मिल रहा है. वर्तमान में 41725 दुकानें कार्यरत हैं. खाद्य सुरक्षा के तहत जुड़नेवाले नये राशन कार्डधारियों सहित पुराने लाभुकों को सुविधा देने के लिए साढ़े 13 हजार और नयी राशन दुकान खोलने की प्रक्रिया चल रही है.
क्या है सुविधा
गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहे लोगों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन कार्ड बनने से सस्ते दर पर अनाज मिलने की सुविधा है. इसमें जन वितरण प्रणाली की दुकानों से अनाज मिलता है. राशन कार्ड पर परिवार के प्रत्येक सदस्य को पांच किलो अनाज मिलने का प्रावधान है. इसमें दो रुपये की दर से गेहूं व तीन रुपये की दर से चावल मिलता है. अंत्योदय योजना के तहत बननेवाले राशन कार्ड में प्रत्येक कार्ड पर 35 किलो अनाज मिलने का प्रावधान है.
कीजायेगी कार्रवाई
किसी गरीब को भूख से मरने नहीं दिया जायेगा. इसके लिए जरूरतमंद लोगों का नया राशन कार्ड बन रहा है. नया राशन कार्ड बनाने में जो अधिकारी लापरवाही बरतेंगे उन पर सख्त कार्रवाई होगी. पहले भी अधिकारियों की लापरवाही के कारण उनसे स्पष्टीकरण पूछा गया है.
मदन सहनी, खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री
फुलवारी प्रखंड कार्यालय में
वृद्धावस्था पेंशन का आवेदन जमा करनेवालों की काफी भीड़ दिखी. कार्यालय में पहुंचे लोगों से बातचीत करने पर पता चला कि राशन कार्ड नहीं मिलने से परेशान थे. बातचीत में जानीपुर से आये लोगों ने बताया कि उन्होंने नये राशन कार्ड के लिए आवेदन दिया था. नया राशन कार्ड नहीं बना है.
राशन कार्ड में बहू का नाम जुड़वाने के लिए मैंने आवेदन दिया था. पिछले चार माह से कई बार आ चुकी हूं. काम नहीं हुआ है. कार्यालय में बड़े बाबू के नहीं रहने से कोई कुछ बताता नहीं है.
गीता देवी, जानीपुर
नया राशन कार्ड बनाने के लिए कार्यालय में घूम रही हूं. नया कार्ड बनवाने के लिए किस काउंटर पर आवेदन जमा करना है उसकी जानकारी नहीं है. कर्मचारी भी सही जानकारी नहीं दे रहे हैं.
मुन्नी देवी, जानीपुर
राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए आवेदन मैंने दिया था. नाम जुटा कि नहीं इसका पता लगाने के लिए परेशान हूं. अधिकारी के चैंबर में ताला लगा है. कर्मचारी भी जानकारी नहीं दे रहे हैं.
विजय राय
मैंने नया राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन काउंटर पर दिया था. काफी दिन बीतने के बाद मैंने कार्यालय में पता किया, तो कहा गया कि नाम में गड़बड़ी के कारण पेंडिंग है. सुधार कराने के लिए ऑफिस आयी हूं. कोई मिल नहीं रहा है, अत: परेशान हूं.
उजमा परवीन, फुलवारीशरीफ
पटना सदर प्रखंड कार्यालय
पटना सदर प्रखंड कार्यालय में नया राशन कार्ड बनाने के लिए लगभग साढ़े 12 हजार आवेदन जमा हुए. जमा आवेदनों में 9700 नये राशन कार्ड बने. जिनका नया राशन कार्ड नहीं बना, वे कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. वार्ड संख्या-13 चितकोहरा में गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करनेवाले तीन सौ लोगों ने नया राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन दिया. इनमें एक भी नया राशन कार्ड लोगों को नहीं मिला.
बोले लोग
मैंने पिछले साल नया राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन जमा किया. कार्यालय में पता करने पर कहा जाता है कि वार्ड पार्षद को नया राशन कार्ड बना कर भेजा गया है. वार्ड पार्षद से पूछने पर जवाब मिलता है कि अभी नहीं मिला है. इसे लेकर परेशान हूं. कार्यालय आने पर कभी अधिकारी तो कभी कर्मचारी नहीं मिलते हैं, जो आवेदन की वास्तविक स्थिति के बारे में बता सकें.
अमित कुमार पांडेय, वार्ड-53
राशन कार्ड नहीं होने से कोई फायदा नहीं मिल रहा है. नये राशन कार्ड के लिए पिछले साल आवेदन जमा किया था, लेकिन अभी तक नहीं मिला है. एक महीना पहले कार्यालय मैं कार्यालय आया था. अधिकारी से भी मिला. बताया गया कि चुनाव के कारण काम नहीं हो रहा है. आज कहा गया कि पता कराते हैं. कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते परेशान हूं.
अर्जुन सहनी, दुकानदार
दो महीने से अधिक हो गया है. अभी तक नया राशन कार्ड नहीं मिला है. जानकारी के अभाव में आवेदन के साथ पुराना कार्ड लगा देने से मेरे पास कुछ नहीं बचा.
सीमा देवी
परिवार बढ़ने पर मैंने राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए आवेदन जमा किया था. राशन कार्ड में नाम जुड़ा कि नहीं, पता ही नहीं चल रहा है. इससे परेशान हो गया हूं.
मिसरी सिंह

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