पटना : चौथा चरण का चुनाव राज्य की राजनीति के लिए अहम है. सूबे के आधा दर्जन से अधिक दिग्गज राजनेताओं के राजनीतिक भविष्य का फैसला इस चरण में होगा. इसमें एनडीए और महागठबंधन दोनों के नेता शामिल हैं. देश भर के लिए हॉट केक बनी सीट बेगूसराय में भी इसी चरण में वोटिंग होनी है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा का भाग्य भी इसी चरण में इवीएम में कैद होगा. चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान होना है. इसी चरण में बिहार का लेनिनग्राड कहे जाने वाले बेगूसराय में मतदान होना है.
भाजपा के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार भाकपा की टिकट पर बेगूसराय से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. अपने बयानों के लिए भी कन्हैया कुमार सुर्खियों में रहे हैं. राजद के बड़े नेताओं में शुमार तनवीर हसन भी बेगूसराय से मैदान में हैं. बेगूसराय के बाद उजियारपर सीट पर भी सब की नजर टिकी हैं. यहां से रालोसपा प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय आमने-सामने हैं.
कुशवाहा पहले एनडीए के साथ थे और मोदी के मंत्रिमंडल में भी शामिल थे, लेकिन अब वे महागठबंधन का हिस्सा हैं. दोनों हाजीपुर के ही रहने वाले हैं और अच्छे मित्र भी हैं. राज्य के बड़े नेताओं में शुमार राज्य के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह जदयू के टिकट पर मुंगेर से मैदान में हैं. उनके मुकाबले में कांग्रेस की नीलम देवी हैं. असल में मैदान में नीलम देवी के पति और राज्य के बाहुबली विधायक अनंत सिंह से ललन सिंह का मुकाबला है. चौथे चरण में समस्तीपुर में भी मतदान होना है.
जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्म व कर्म भूमि समस्तीपुर भी अहम सीट है. कांग्रेस से यहां डाॅ अशोक राम हैं. इनकी गिनती सूबे के बड़े कांग्रेस नेताओं में होती है. प्रदेश कांग्रेस के ये कार्यकारी अध्यक्ष भी है. इनके मुकाबले में लोजपा के रामचंद्र पासवान हैं. लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के ये छोटे भाई हैं. इस सीट से रामविलास पासवान की भी प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है
