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पटना : ब्वायफ्रेंड रात में कहां ले जाना चाहता था खुशबू को
मौत पर सस्पेंस. घटना के दिन ब्वायफ्रेंड मनीष ने खुशबू को तीन-चार बार किया था कॉल पटना : खुशबू की मौत आत्महत्या है या हत्या, इस बिंदु पर पुलिस ने अपनी जांच का प्रारंभिक चरण पूरा कर लिया है. खुशबू के मोबाइल फोन का सीडीआर निकाले के साथ ही पुलिस फिलहाल इस नतीजे पर पहुंची […]
मौत पर सस्पेंस. घटना के दिन ब्वायफ्रेंड मनीष ने खुशबू को तीन-चार बार किया था कॉल
पटना : खुशबू की मौत आत्महत्या है या हत्या, इस बिंदु पर पुलिस ने अपनी जांच का प्रारंभिक चरण पूरा कर लिया है. खुशबू के मोबाइल फोन का सीडीआर निकाले के साथ ही पुलिस फिलहाल इस नतीजे पर पहुंची है कि खुशबू ने खुदकुशी की थी. हत्या से जुड़े एक भी साक्ष्य पुलिस को नहीं मिले हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सिर के कड़े चीज से टकराने के कारण गंभीर चोट लगने से मौत होना बताया गया है. गले की हड्डी टूटने का भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिक्र है. एफएसएल की रिपोर्ट में भी कुछ ऐसा नहीं है, जिससे यह कहा जा सके कि मामला हत्या का है.
एफएसएल टीम को भी भी अपार्टमेंट की छत पर या सीढ़ी पर खून के धब्बे नहीं मिले हैं. अब इस मामले में पुलिस के समक्ष यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि खुशबू के आत्महत्या के क्या कारण थे? और, प्रेमी मनीष चौधरी उर्फ मैडी ने दो बजे रात में खुशबू काे मिलने के लिए क्यों बुलाया था? आखिर वह अपने साथियों के साथ खुशबू को कहां ले जाना चाहता था? इन सारे सवालों के जवाब के लिए मनीष चौधरी को पुलिस पकड़ेगी. इसके साथ पुलिस ने इस मामले में यह भी स्पष्ट कर दिया है कि मनीष की गिरफ्तारी होगी, क्योंकि उसके बुलाने पर ही खुशबू देर रात अपने घर से बाहर निकली थी.
मनीष के पकड़े जाने के बाद स्थिति यह स्पष्ट हो सकेगी कि उसके और दोस्तों की किस नीयत से इतनी रात में घर से बाहर बुलाया गया था. इधर, सिटी एसपी मध्य प्रांतोष कुमार दास सोमवार को दिन में उत्तरी मंदिरी स्थित क्वालिटी इनक्लेव अपार्टमेंट पहुंचे और छानबीन की. सिटी एसपी ने वहां फ्लैटधारकों से पूछताछ की. उधर, पुलिस अपार्टमेंट के गार्ड अशोक कुमार व मनीष के एक दोस्त से पूछताछ कर रही है.
दोषियों को सजा दिलाने को कैंडिल मार्च: खुशबू की मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने को लेकर परिजनों व स्थानीय लोगों ने कैंडिल मार्च निकाला. मार्च उत्तरी मंदिरी से शुरू हुआ और कारगिल चौक पर पहुंचा.
क्या आया है… खुशबू के मोबाइल फोन के सीडीआर में
पुलिस ने अपार्टमेंट की छत से खुशबू का मोबाइल फोन बरामद किया था. पुलिस ने उसे खोलने की कोशिश की. उसमें पैटर्न लॉक लगा होने से पुलिस उसे नहीं खोल पायी. लेकिन खुशबू के मोबाइल फोन का सीडीआर पुलिस ने निकाला तो घटना से संबंधित कई जानकारियां पुलिस के हाथ लग गयी. इसमें पुलिस को यह जानकारी मिली कि घटना के दिन मनीष ने तीन-चार बार कॉल किया था.
मनीष ने रात 1:45 बजे खुशबू को फोन कर घर से बाहर बुलाया था. इसके बाद खुशबू घर से निकल गयी थी. इसके बाद खुशबू की उसके भाई से भी लगातार बात होती रही है. इसके साथ ही पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि मनीष खुशबू से हमेशा आधा-आधा घंटा बात करता था. पुलिस मनीष के मोबाइल नंबर का भी सीडीआर निकाल रही है. इससे यह स्पष्ट होगा कि उसकी खुशबू के अलावा भी किससे-किससे बात होती थी. पुलिस यह जानना चाह रही है कि मनीष कहीं यूनिस से तो नहीं बात करता था?
अपार्टमेंट के सीसीटीवी से पुलिस को क्या मिला
पुलिस ने घटना के बाद क्वालिटी इनक्लेव के अंदर लगे सीसीटीवी को खंगाला तो उसमें यह जानकारी मिली कि खुशबू यूनीस के फ्लैट से निकल कर सीढ़ी से ऊपर गयी और फिर नीचे उतर गयी.
इसके बाद कुछ ही मिनट पर फिर से वह ऊपर गयी. उस समय करीब सुबह के 4:45 बज रहे थे. इसके बाद धड़ाम से आवाज आयी. फुटेज और छत से नीचे गिरने के दौरान तीन से चार मिनट का समय लगा. इससे पुलिस यह अर्थ लगा रही है कि इतने कम समय में कोई छत पर कैसे गया होगा? इसलिए खुशबू ने खुद ही छत से कूद कर अपनी जान दे दी.
पांच लाख का हुआ नुकसान
खुशबू की मौत के बाद स्थानीय लोगाें ने हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा व तोड़-फोड़ किया. इस दौरान अपार्टमेंट में लगे फ्लैटधारकों के कार को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. जिसमें करीब पांच लाख से अधिक का नुकसान हुआ है. इसके अलावा आयकर गोलंबर पर भी हंगामा किया. इसमें चार-पांच सौ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एक धार्मिक स्थल पर भी हंगामा व तोड़-फोड़ किया गया था. जिसमें 17 लोगों को नामजद व 200 अज्ञात के खिलाफ नाजायज मजमा लगाने, हंगामा करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने व धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाने से संबंधित प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
खुशबू की मौत पर महिला आयोग ने एसएसपी को लिखा पत्र
क्वालिटी इन्क्लेव अपार्टमेंट में खुशबू कुमारी की हुई मौत पर बिहार राज्य महिला आयोग सख्त है. आयोग ने सोमवार को पटना एसएसपी को पत्र लिखा है. पत्र लिख कर घटना पर की गयी कार्रवाई की जानकारी मांगी है. अब तक की गयी कार्रवाई का जवाब 10 दिनों के अंदर आयोग को भेजनी होगी.
ऐसा एक भी साक्ष्य नहीं मिला है, जिससे यह कहा जा सके कि मामला हत्या का है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट, एफएसएल की रिपोर्ट व मोबाइल नंबर का सीडीआर प्रारंभिक तौर पर आत्महत्या की ओर इशारा कर रहे हैं. इस घटना के बाद हंगामा करने वाले तमाम लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा. जांच अभी बंद नहीं हुई है. जांच हर बिंदु पर चल रही है.
दयानंद सिंह, थानाध्यक्ष, बुद्धा कॉलोनी
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